सुराज चौपाल : सम्पूर्ण स्वच्छता का प्रशिक्षण कार्यक्रम

सुराज चौपाल : सम्पूर्ण स्वच्छता का प्रशिक्षण कार्यक्रम

जगदलपुर————— (छ०गढ)————–राज्य व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत विकासखण्ड मुख्यालय में सुराज चौपाल के साथ ही समुदाय आधारित सम्पूर्ण स्वच्छता का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर कलेक्टर श्री कटारिया ने कहा कि लोक सुराज अभियान के दौरान ग्रामीणों द्वारा बड़ी संख्या में पेयजल संबंधी समस्या रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि पेयजल संबंधी इस समस्या का स्थायी समाधान तभी संभव है, जब जल संरक्षण का कार्य किया जा सके।

उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी के साथ भू-जल का प्रयोग बड़े स्तर पर किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में नलकूप से भी पानी निकलना बंद हो जाता है। भू-जल स्तर बड़े, इसके लिए जल का संरक्षण करने के साथ ही जल स्त्रोतों की भी साफ-सफाई करना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए तालाब, कुंए और डबरियों के निर्माण से बेहतर कोई रास्ता नहीं है। इस वर्ष जल संरक्षण के लिए जिले में लगभग 2 हजार डबरियों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, जिसमें तोकापाल विकासखण्ड में ही 100 से अधिक डबरियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अब भी कुंए, डबरियों के निर्माण को प्राथमिकता के साथ स्वीकृत किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के साथ ही इनके स्त्रोतों को स्वच्छ रखना भी आवश्यक है, क्योंकि स्वच्छता के अभाव में दुषित जल कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देते हैं। कलेक्टर ने कहा कि जलस्त्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए खुले में शौच की प्रवृत्ति को भी छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों में अब स्वच्छता के प्रति जागरुकता आ रही है और बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरों में शौचालय का निर्माण करवाया है।

उन्होंने बताया कि तोकापाल विकास खण्ड में ही 16 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त करने का निर्णय लिया  गया है और यहां लगभग 67 सौ शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छता के प्रति आई इस जागरुकता को निरंतर आगे बढ़ाना है और लोगों को घर-घर जाकर शौचालय के निर्माण और उसके उपयोग के लिए प्रेरित करना है।

इस अवसर पर उपस्थित जन समूह ने स्वच्छता के संदेश को घर-घर पहुंचाकर शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया। ग्रामीणों को जहां शौचालय निर्माण के लाभ से अवगत कराया गया, वहीं कम लागत में टिकाऊ और उपयोगी शौचालय के निर्माण की तकनीक भी बताई गई।

Related post

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

एड. संजय पांडे — शिवगिरी मठ सभी दलों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता है। वार्षिक…
हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…

Leave a Reply