• November 3, 2016

सुखमय जीवन यापन करने के लिए स्वच्छता बेहद जरूरी : उपायुक्त

सुखमय जीवन यापन करने के लिए स्वच्छता बेहद जरूरी : उपायुक्त

बहादुरगढ़, 3 नवंबर——उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि सुखमय जीवन यापन करने के लिए स्वच्छता बेहद जरूरी है। ऐसे में बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए खुले में शौच मुक्त होकर हम स्वच्छ वातावरण की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।

उपायुक्त गुरूवार को सैक्टर 6 स्थित सामुदायिक केंद्र में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण)द्वारा समुदाय संचालित स्वच्छता पद्धति(सीएलटीएस) पर आधारित जिला झज्जर के प्रेरकों की प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। दीप प्रज्ज्वलन के साथ पांच दिवसीय कार्यशाला का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ। 03-dc-bhg

जिले भर से पहुंचे प्रेरकों को प्रेरित करते हुए उपायुक्त श्री बिढ़ाण ने कहा कि गंदगी में रहना न हमारी संस्कृति है, न प्रवृत्ति और न ही प्रकृति हमें गंदगी में रहना सिखाती है। सकारात्मक सोच के साथ यदि हम स्वच्छता की अलख जगाकर आमजन को उसके लाभ से अवगत कराएं तो निश्चित तौर पर बेहतर एवं स्वच्छ वातावरण बनाने में हम अहम भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि जिले को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए सभी को मिलजुल कर जन अभियान के रूप में आगे बढऩा होगा और जुनून दिखाते हुए जन-जन को खुले में शौच जाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना होगा। उन्होंने खुशी जताई कि आज तक आधा जिला झज्जर खुले में शौच मुक्त हो चुका है और 15 दिसंबर तक हम पूरा जिला खुले में शौच मुक्त घोषित कर देंगे।

उन्होंने कहा कि प्रेरक की इस पुनीत अभियान में अहम भागीदारी है जिसे निभाते हुए उन्हें मशाल वाहक बनकर आगे बढऩा होगा। उन्होंने कहा कि सभी को संकल्प दिलाना होगा कि कोई भी व्यक्ति जिले में खुले में शौच न जाए और अपने घरों में ही शौचालय की उपलब्धता सुनिश्वित की जाए। उन्होंने सभी को संकल्प लेकर खुले में शौच मुक्त झज्जर बनाने में आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।

प्रशिक्षण कार्यशाला में अतिरिक्त उपायुक्त डा.नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि झज्जर जिला उपायुक्त श्री बिढ़ाण के मार्गदर्शन में खुले में शौच मुक्त होने जा रहा है और हर आमजन की सक्रिय सहभागिता जिले को प्रदेश में विशिष्ट स्थान दिलाने में सहभागी रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रेरकों की पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के साथ ही प्रशासन की ओर से ओरियेंटेशन कोर्स के माध्यम से कलस्टर इंचार्ज, सरपंच, ग्राम सचिव, स्कूल मुखिया, विभागाध्यक्ष, आंगनवाड़ी/आशा वर्कर के साथ-साथ मीडिया पर्सन को भी कार्यशाला में स्वच्छता मुहिम के प्रति प्रेरित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि महज प्रशासन अथवा सरकार की नहीं बल्कि हर आमजन की भागीदारी झज्जर जिले को खुले में शौच मुक्त बनाएगी। उन्होंने बताया कि कलस्टर स्तर पर नोडल अधिकारियों की देखरेख में जन-जन को जागरूक किया जा रहा है।

कार्यशाला में फीडबैक फाऊंडेशन के उपाध्यक्ष ज्योति प्रकाश ने प्रेरकों को पहले दिन नई उमंग व प्रेरणा के साथ जन अभियान में अपनी भूमिका निभाने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने कहा कि पांच दिन की इस कार्यशाला में प्रेरकों में स्वच्छता मुहिम को सार्थक बनाने के लिए नई ऊर्जा का संचार करेंगे और गांवों में जाकर वास्तविक स्थिति से निपटने के गुर भी प्रेरकों को दिए जाएंगे।

उन्होंने उपायुक्त श्री बिढ़ाण व एडीसी डा.बांगड़ को जिले का सबसे सजग प्रेरक की संज्ञा देते हुए कहा कि जिस जोश व उत्साह के साथ वे अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं उसी उमंग व उत्साह के साथ जिले के सभी प्रेरक खुले में शौच मुक्त जिला बनाने के लिए अपना योगदान देंगे।

इस मौके पर नगराधीश विजय सिंह, सीएम सुशासन सहयोगी डा.अनिता, बीडीपीओ रामफल सिंह, स्वच्छता अभियान के जिला कार्यक्रम अधिकारी योगेश पाराशर, खंड समंवयक ब्रह्मप्रकाश सहित जिले भर के प्रेरक मौजूद रहे।

Related post

मेक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों और  खुली सीमाओं पर 25% टैरिफ

मेक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों और  खुली सीमाओं पर…

ट्रम्प ने कहा, “20 जनवरी को, अपने  पहले कार्यकारी आदेशों में से एक के रूप में,…
बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

निशान्त——-   बाकू, अज़रबैजान में आयोजित 29वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP29) ने दुनिया भर के देशों को एक…

Leave a Reply