- April 12, 2016
सिंहस्थ भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्म का दर्शन
आर.एस.पाराशर———————- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज उज्जैन में श्री निरंजनी अखाड़ा पंचायती की भव्य पेशवाई में सपत्नीक शामिल होकर संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ जिला प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री शिवनारायण जागीरदार सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ चार धाम मंदिर पहुँचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री नरेन्द्रगिरिजी, महामण्डलेश्वर श्री पुण्यानंदगिरिजी एवं श्री शांतिस्वरूपानंद तथा अन्य उपस्थित महामण्डलेश्वर, श्री महन्त एवं विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधियों से भेंटकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान श्री महाकाल एवं साधु-संतों के आशीर्वाद से महाकुंभ सफल होगा। सिंहस्थ के माध्यम से भारतीय संस्कृति और आध्यात्म को पूरी दुनिया देखेगी। इस महापर्व से हम भारतीय संस्कृति, इतिहास एवं सनातन परम्परा से दुनिया को रू-ब-रू करवायेंगे। श्री चौहान ने सिंहस्थ की सफलता के लिये सभी साधु-संतों से आशीर्वाद की कामना की।
महामण्डलेश्वर श्री शांतिस्वरूपानंद जी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ में जो कार्य करवाये हैं वह अदभुत और अविस्मणीय है। उन्होंने इसके लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद भी दिया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेन्द्रगिरिजी ने पेशवाई का इतिहास, परम्परा एवं महत्व पर प्रकाश डाला।
निरंजनी अखाड़ा की पेशवाई
श्री निरंजनी आखाड़ा पंचायती की चार धाम से प्रारम्भ हुई भव्य पेशवाई में सबसे आगे ध्वजा लिये श्री महन्त चल रहे थे। उनके पीछे चाँदी की पालकी में अखाड़े के इष्टदेव विराजित थे। उसके बाद उत्साहपूर्वक अस्त्र-शस्त्र का करतब दिखाते हुए नागा सन्यासी चल रहे थे। पेशवाई में 50 सफेद घोड़ों पर सवार नागा साधु सभी के आकर्षण का केन्द्र रहे। उनके पीछे बेंड बाजों के साथ 50 रथ पर सवार महामण्डलेश्वर श्री महन्त चल रहे थे। पेशवाई में करीब 25 बेंड, धार्मिक भजनों की स्वर-लहरियाँ बिखेर रहे थे। लोक नृत्य करते हुए आदिवासी नर्तक भी चल रहे थे। पेशवाई के दौरान वायुयान द्वारा पुष्प वर्षा भी की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी चार धाम मंदिर से हरिसिद्ध मार्ग तक पेशवाई में भाग लिया। रथ पर क्रमश: महामण्डलेश्वर श्री पुण्यानंदजी, महामण्डलेश्वर बालकानंदजी, श्री सोमेश्वरानंद जी, जगदीशानंदजी, शांतिस्वरूपानंद गिरि, महामण्डलेश्वर गुरू माँ आनंदमयी पुरी, सोमेश्वरानंद सरस्वती, स्वामी महेश्वरानंद गिरि, श्री हरिओमइ गिरि, स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती, स्वामी प्रेमानंदपुरी जी, श्री ललितानंद गिरि, श्री अनंतानंद गिरि, श्री महन्त नित्यानंद गिरि, स्वामी विष्णु योगानंदजी सहित 50 से अधिक महामण्डलेश्वर और श्री महन्त पेशवाई के साथ रथ पर सवार होकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद स्वरूप उपहार भेंट कर रहे थे। मार्ग के दोनों ओर लाखों श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर पेशवाई में शामिल महामण्डलेश्वर, श्री महन्तों और नागा सन्यासियों पर पुष्प वर्षा आशीर्वाद प्राप्त किया।
राधा-कृष्ण, ब्रह्मा विष्णु और महेश भी शामिल हुए पेशवाई में
सदी के दूसरे महाकुंभ सिंहस्थ 2016 की इस तीसरी विशाल पेशवाई में जहाँ नागा सन्यासियों ने उत्साह से भाग लिया। हर-हर महादेव एवं जय महाकाल के उदघोष के साथ जहाँ पूरा पेशवाई मार्ग और उज्जैन शहर धर्ममय नजर आ रहा था वहीं पेशवाई में राधा-कृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु और महेश की वेशभूषा में शामिल कलाकार भी आकर्षण के केन्द्र थे।