• July 3, 2018

शहर में 680 स्थलों पर रोशनी नहीं —सार्वजनिक स्थलों पर महिला सुरक्षा इंतजाम : सोनल गोयल

शहर में 680 स्थलों पर रोशनी नहीं —सार्वजनिक स्थलों पर महिला सुरक्षा  इंतजाम : सोनल गोयल

झज्जर—–उपायुक्त सोनल गोयल ने झज्जर जिला में महिला सुरक्षा को समर्पित जागृति परियोजना के तहत जारी गतिविधियों की गहनता से समीक्षा की। यूनिसेफ के सहयोग से जारी इस परियोजना का उद्देश्य झज्जर जिला के सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं का आवागमन को पूरी तरह से भयमुक्त करना तथा उपलब्ध अवसरों तक पहुंचने में सक्षम बनाना है।
3 July_Jagrati
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने झज्जर व रोहतक जिला के लिए पायलट आधार पर 16 अप्रैल को स्थानीय राजकीय स्नातकोत्तर नेहरू महाविद्यालय से परियोजना का शुभारंभ किया था।

श्रीमती सोनल गोयल ने जागृति के लिए झज्जर जिला में यूनिसेफ सलाहकार वैभव पाठक से झज्जर व बहादुरगढ़ शहर में महिला सुरक्षा में बाधाओं को पहचानने और समाधान करने के लिए किए गए अध्ययन के बारे में जानकारी ली।

यूनिसेफ सलाहकार ने जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर व बहादुरगढ़ शहर में 680 ऐसे स्थलों की पहचान की गई जिनमें रात्रि के समय रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए। इन स्थलों पर करीब 60 फीसदी पर रोशनी के इंतजाम कर दिए गए वहीं शेष स्थानों पर प्रकाश के लिए संबंधित एजेंसियों के माध्यम से निविदा प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।

उपायुक्त ने कहा कि सुरक्षित सार्वजनिक स्थल केवल महिलाओं के लिए भय या प्रताडऩा मुक्त स्थान ही नहीं बल्कि महिलाओं के लिए एक संवेदनशील व सुरक्षा की भावना से युक्त समाज का संकेत भी है।

उपायुक्त ने अध्ययन में महिलाओं व लड़कियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सार्वजनिक शौचालयों की सफाई व सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली।

यूनिसेफ सलाहकार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला के करीब 100 शिक्षकों के लिए जल्द ही दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित होगा। सार्वजनिक परिवहन कर्मचारियों को संवेदनशील बनाने के लिए चालक व परिचालकों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूल-कॉलेज के आवागमन के लिए लड़कियों के लिए दोपहिया वाहन चलाने के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र भी रखे जाएंगे।

उपायुक्त ने अध्ययन रिपोर्ट में शामिल विभिन्न बिंदुओं पर क्रमवार चर्चा करते हुए उम्मीद जताई कि रिपोर्ट के आधार पर उठाए जाने वाले कदमों के बाद सकारात्मक बदलाव आएगा।

पायलट आधार पर अभी यह कार्यक्रम केवल दो जिलों में प्रभावी है लेकिन नतीजे सकारात्मक मिलने पर इसे राज्य के अन्य जिलों में भी प्रयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर चीफ मिनिस्टर गुड गवर्नेंस एसोसिएट निषिता बनर्जी भी उपस्थित रही।

Related post

यह इत्र सबसे महँगा

यह इत्र सबसे महँगा

अतुल मलिकराम ——फूलों का स्वभाव होता है खुद के साथ ही साथ अपने आसपास के वातावरण…
ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण भीषण गर्मी से जूझ रहे दो अरब लोग: रिपोर्ट

ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण भीषण गर्मी से जूझ रहे दो अरब लोग: रिपोर्ट

लखनऊ (निशांत सक्सेना ) : एक नई रिपोर्ट के अनुसार, जून से अगस्त 2024 के बीच,…

Leave a Reply