सामूहिक दुष्कर्म और महिला की हत्या

सामूहिक दुष्कर्म और महिला की हत्या

बदायूं (उतरप्रदेश) सामूहिक दुष्कर्म और महिला की हत्या के मामले में नामजद मुख्य आरोपी पुजारी सत्यनारायण दास अभी तक पकड़ा नहीं गया है। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है। उधर, पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। पुलिस की अब तक की जांच में एक और दरिंदे का नाम सामने आया है, जो घटना के वक्त वहां मौजूद था।   

तीन जनवरी की रात उघैती इलाके के एक धर्मस्थल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या कर दी गई थी। उसके बाद आरोपी महिला के शव को उसके घर के बाहर फेंक गए थे। इस मामले में पुलिस को सूचना दी गई थी। लेकिन पुलिस दूसरे दिन शाम तक उसके घर नहीं पहुंची। इससे परिवार वालों को यूपी 112 पुलिस को सूचना देनी पड़ी। फिर भी महिला के शव का दूसरे दिन पोस्टमार्टम नहीं हो सका और न ही पुलिस ने कोई कार्रवाई की थी। 

पुलिस की आंखें तब खुलीं, जब तीसरे दिन पांच जनवरी को महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई। उसमें महिला के शरीर पर पाए गए चोटों के निशान और प्राइवेट पार्ट के घाव देखकर खुद पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक चकरा गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस में खलबली मची। आनन-फानन में धर्मस्थल के पुजारी सत्यनारायण दास, वेदराम और जसपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। 

पुलिस ने एक दिन पहले पकड़े गए आरोपी वेदराम और यशपाल को गुरुवार को कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हांलाकि उन्होंने खुद को बेगुनाह बताया है। उनसे पूछताछ के दौरान गांव के एक अन्य व्यक्ति का नाम इस मामले में प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि वारदात के वक्त वह घटनास्थल पर मौजूद था। हालांकि दुष्कर्म और महिला की हत्या में उसकी क्या भूमिका है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है? बताते हैं कि इस व्यक्ति से पुलिस पूछताछ कर रही है।

सामूहिक दुष्कर्म और महिला की हत्या के मामले में पकड़े गए दोनों आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। पूछताछ के दौरान उन्होंने धर्मस्थल पर एक और व्यक्ति की मौजूदगी होना बताई है। उससे भी पूछताछ की जाएगी। पुजारी की तलाश में दबिश दी जा रही है। -सिद्घार्थ वर्मा, एसपी देहात

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