• November 20, 2015

साउथ ऑस्ट्रेलिया सिस्टर-स्टेट रिलेशनशिप एमओयू पर हस्ताक्षर

साउथ ऑस्ट्रेलिया सिस्टर-स्टेट  रिलेशनशिप एमओयू पर हस्ताक्षर

जयपुर – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में गुरुवार को रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट के तहत राजस्थान और दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के बीच सिस्टर-स्टेट रिलेशनशिप के महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इस अवसर पर दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के निवेश और व्यापार मंत्री श्री मार्टिन हेमिल्टन स्मिथ तथा भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त श्री पेट्रिक सकलिंग भी उपस्थित थे।
इस एमओयू के तहत दोनों राज्य पेयजल, पर्यावरण प्रबन्धन, ऊर्जा, प्राकृतिक संसाधन प्रबन्धन, कृषि व्यापार, खाद्यान्न, शिक्षा, कौशल विकास और प्रशिक्षण, पर्यटन एवं खेल के क्षेत्रों में व्यापार और निवेश के अवसर तलाशने के लिये साझा कार्ययोजना बनाएंगे। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट-2015 का पार्टनर कंट्री है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान और साउथ ऑस्ट्रेलिया के बीच कई भौगोलिक तथा सांस्कृतिक समानताएं होने के कारण यह समझौता बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इससे दोनों राज्यों के बीच व्यावसायिक भागीदारी को बढ़ावा मिलने के साथ ही सांस्कृतिक समझ भी बेहतर होगी। जिसका फायदा दोनों राज्यों के आमजन को होगा।
श्रीमती राजे ने कहा कि राजस्थान को खानों के अधिकतम सदुपयोग और कम से कम वेस्टेज की विशेषज्ञता हासिल करने के लिए ऑस्ट्रेलिया का सहयोग मिल सकता है। राजस्थान एवं ऑस्ट्रेलिया खनन क्षेत्र में नवीनतम तकनीक एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में भी काम कर सकते है।
उन्होंने कहा कि वाटर और वेस्ट मेनेजमेंट, माइनिंग, शिक्षा और कौशल विकास तथा रिन्यूबल एनर्जी के क्षेत्र में दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया की विशेषज्ञता का लाभ राजस्थान को मिलेगा।
केंद्रीय स्टील एवं खान मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सतत खनन हमारे संस्कार में है और प्रत्येक खनन का यह दायित्व है कि वह माइनिंग फे्रंडली होकर कार्य करे। उन्होंने कहा कि उसे जागरूक होने के साथ-साथ वन, पर्यावरण एवं सामाजिक भूमिकाओं को निभाते हुए अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप खनन कार्यों को मूर्तरूप प्रदान करें।
श्री तोमर ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि राजस्थान सरकार ने वैश्विक निवेश सम्मेलन करवाने का फैसला लिया है और राजस्थान ने इसके लिए अुनकूल माहौल तैयार किया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे को बधाई देते हुए कहा कि राजस्थान के गर्भ में शौर्य एवं प्राकृतिक संपदा है, इसका ठीक प्रकार से राज्य व देश के उपयोग में हो तो यह गाथा विश्व के पटल पर होगी। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की मंशा है और यह साकार होती दिख रही है। उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि माइनिंग ऑक्शन में राजस्थान भारत में दूसरे स्थान पर है और मुझे पूरा विश्वास है कि अंतिम समय में प्रथम स्थान पर होगा।
प्रदेश के वन पर्यावरण एवं खनिज राज्य मंत्री श्री राजकुमार रिणवा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि जनता ने जो विश्वास दिया है वह फलीभूत होता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य खनन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है तथा सभी प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही हैं। उन्होंने खननकर्ताओं का आव्हवान किया कि वैज्ञानिक एवं तकनीकी के साथ पर्यावरण के अनुकूल खनन हो जिससे सभी का विकास हो सके। उन्होंने सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
सत्र में वेदांता रिर्सोसेज के सीईओ श्री टॉम एलबनीज ने कहा कि राजस्थान में खनन के क्षेत्र में बेहतरीन काम हो रहा है। राज्य सरकार ने खनन को बढ़ावा देने तथा इससे संबंधित नियमों के सरलीकरण एवं व्यापार में आसानी के लिए सकारात्मक पहल की है। इसके लिए राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे बधाई की पात्र हैं। सत्र में सेंट गोबेन ग्लास इंंिडया के निदेशक ऑपरेशन श्री एस.एन आइजनहावर, जिंदल स्टील एवं पावर लिमिटेड के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री कपिल ढगत ने भी खनन पर सरकार की नीतियों की प्रशंसा करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। प्रारंभ में प्रमुख शासन सचिव खनिज एवं पेट्रोलियम श्री दीपक उप्रेती ने सभी का स्वागत करते हुए सत्र की शुरूआत की।

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