• November 18, 2021

साइबर सिक्युरिटी ग्रैंड चैलेंज

साइबर सिक्युरिटी ग्रैंड चैलेंज

पीआईबी (नई दिल्ली) श्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलवे मंत्री, और श्री राजीव चंद्रशेखर, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री, साइबर सिक्युरिटी ग्रैंड चैलेंज के विजेताओं को सम्मानित करेंगे।

साइबर सिक्युरिटी ग्रैंड चैलेंज अपनी तरह का पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसे देश में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कल यानी 18 नवंबर 2021 को सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।

साइबर सिक्युरिटी ग्रैंड चैलेंज पुरस्कार समारोह

साइबर सिक्योरिटी ग्रैंड चैलेंज के विजेता को एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा, जबकि पहला रनर-अप और दूसरा रनर-अप क्रमशः 60 लाख रुपये और 40 लाख रुपये जीतेगा। इस चैलेंज की एक अनूठी विशेषता यह है कि इसके हिस्से के रूप में विकसित किए जा रहे उत्पाद का आईपीआर संबंधित स्टार्ट-अप के स्वामित्व में होगा।

भारतीय डेटा सुरक्षा परिषद और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने नवाचार को बढ़ावा देने और भारतीय साइबर सुरक्षा उत्पादों के विकास को गति प्रदान करने के लिए 15 जनवरी 2020 को साइबर सुरक्षा ग्रैंड चैलेंज शुरू किया था।

श्री अजय साहनी, सचिव, एमईआईटीवाई ने 3.2 करोड़ रुपये की कुल पुरस्कार राशि के साथ की थी।

प्रतिभागियों को 6 परिभाषित समस्या बयान क्षेत्रों के बीच एक समाधान बनाना था और तीन चरणों (आइडिया, एमवीपी और फाइनल) के माध्यम से मूल्यांकन पर, विजेताओं को डॉ गुलशन राय, पूर्व राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक, भारत सरकार की अध्यक्षता में अकादमिक, सरकार और उद्योग के एक सम्मानित जूरी पैनल द्वारा चुना गया है। आइडिया स्टेज पर कुल 76 विचार प्रस्तुत किए गए जिनमें 220 प्रतिभागी शामिल थे।

उत्पाद विकास में सहायता के लिए 12 शॉर्टलिस्ट की गई टीमों को प्रत्येक को 5 लाख रुपये मिले और 6 शॉर्टलिस्ट की गई टीमों को एमवीपी चरण में प्रत्येक को 10 लाख रुपये मिले। ग्रैंड चैलेंज के दौरान प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करने के लिए कई परामर्श कार्यशालाएं आयोजित की गईं। यह ग्रैंड चैलेंज देश की साइबर सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और लोगों और समाज के लाभ के लिए समाधानों के विकास पर केंद्रित थी।

साइबर सिक्युरिटी ग्रैंड चैलेंज के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें-

https://innovate.mygov.in/cyber-security-grand-challenge/

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply