सरकार की घोषणा और हकिकत

सरकार की घोषणा और हकिकत

बोलाई(इंदौर) (बंशी श्रीवास्तव)  गरीबी के कारण 12वीं के छात्र संजय पिता राधेश्याम (17) को इन दिनों बैल बनकर खेत में डोरे खींचना पड़ रहे हैं। शासकीय उमावि गुलाना में 12वीं की पढ़ाई करने वाला संजय बुधवार को भी स्कूल नहीं जा सका। 2

दो बीघा जमीन की गुड़ाई के लिए वह खेत में बैल बनकर डोरे खींचता दिखाई दिया। बैल व अन्य कृषि उपकरण नहीं जुटा पाने के कारण अपने काका विक्रम व संजय के पिता राधेश्याम दोनों मिलकर खेती का काम करते हैं।

ऐसे में बुधवार काे संजय विक्रम के खेत पर पहुंचा। विक्रम ने डोरे का हैंडल थामा। इधर, बैल की जगह एक तरफ संजय और दूसरी तरफ उसकी काकी धापू बाई ने जुड़ा थाम लिया। पूरे दिन वे खेत में खुदाई करते रहे।

अगले दिन गुरुवार को संजय के खेत की गुड़ाई करने की बारी आएगी। यहां भी उसे बैल की तरह जुड़ा थाम डोरे खींचना पड़ेंगे। भास्कर में छपी यह तस्वीर कृषि विभाग व प्रदेश सरकार की किसान हितैषी तमाम शासकीय योजनाओं की पोल खोल रही है।

Related post

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…
यू पीआई के माध्यम से लेनदेन दिसंबर 2024 में रिकॉर्ड 16.73 बिलियन

यू पीआई के माध्यम से लेनदेन दिसंबर 2024 में रिकॉर्ड 16.73 बिलियन

नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, लोकप्रिय यूनिफाइड पेमेंट्स…

Leave a Reply