- March 23, 2018
सभी गरीब ‘अंत्योदय केन्द्र’ – ** यह मैरिट वाली बात आपको ठीक लगी या नहीं,**–मुख्यमंत्री
चंडीगढ़———— हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने घोषणा करते हुए कहा कि गरीबों के लिए चलाई जा रही सभी सरकारी योजनाओं को एक छत के नीचे लाने के लिए तहसील, उपमण्डल और जिला स्तर पर ‘अंत्योदय केन्द्र’ खोले जाएंगे ताकि उन योजनाओं का लाभ जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने अंत्योदय विषय पर प्रदेश के 22 जिलों से आये आम जनों से हुई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गरीब लोग अपने बनाए हुए उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं को बेच सकें, इसके लिए प्रदेशभर में सरस मेले लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगले माह 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर प्रदेश में 6 अंत्योदय केंद्रों की शुरूआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन केन्द्रों में सरल पोर्टल के तहत प्रदेश का गरीब से गरीब व्यक्ति अपने कल्याण-उत्थान की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकेगा और उसके लिए आवेदन भी कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि आवेदन करने के पश्चात पोर्टल पर ही आपका आवेदन कहां पहुंचा है और उस पर क्या कार्यवाही हो रही है, इसकी भी जानकारी प्राप्त हो पाएगी। अंत्योदय केन्द्र के अलावा यह सारी स्कीमें गांव के अटल सेवा केन्द्रों पर भी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक योजना की ऑनलाइन जानकारी होगी और किस व्यक्ति को किस योजना का लाभ दिया जा सकता है, यह जानकारी अमुक व्यक्ति कार्यालय में जाकर अपने अनुसार दर्ज करवा सकता है और उस व्यक्ति की पात्रता के आधार पर योजनाओं के बारे में बताया जाएगा और उसका लाभ उसे दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन कार्यालयों के माध्यम से उन व्यक्तियों का भी पता लगेगा, जिन व्यक्तियों ने लगातार कई बार विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्त्योदय कार्यालय स्थापित होने के पश्चात अन्त्योदय मेले भी लगाए जाएंगे और इन मेलों में अतिरिक्त अधिकारियों को बैठकर सभी लोगों को योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में पानी की कमी को देखते हुए तालाबों के जीर्णोंद्धार पर भी योजनाएं बनाई हैं। मुख्यमंत्री का कहना था कि वर्तमान में राज्य में 14000 तालाब हैं और इन तालाबों में साफ पानी रहे, इस बारे में योजनाएं बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य में शमशान घाट व कब्रिस्तानों को ठीक करने पर बात करते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि ऐसे स्थानों पर रास्तों को पक्का किया जाए, उनकी चारदीवारी हो और छोटे शमशान घाटों व कब्रिस्तानों में एक या दो शैड होने के साथ पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे सामने बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है और यदि किसी के पेट में रोटी नहीं है तो सब बातें बेमानी हैं।
उन्होंने कहा कि आज राज्य में मैरिट के आधार पर नौकरियां दी जा रही हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगोंं से पूछा कि ***** यह मैरिट वाली बात आपको ठीक लगी या नहीं,***** इस पर सभी ने हामी भरी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जो युवक पढ़ लिखकर आगे बढ गया है, उसे अवश्य ही नौकरी मिलनी चाहिए।
अंत्योदय विषय पर आयोजित बैठक में रेहड़ी, ठेले पर कार्य करने वाले, मनरेगा मजदूर, मैकेनिक, खेतीहर मजदूर, मूर्तिकार, खिलौने बनाने वाले, मोची, सिलाई का कार्य करने वाले, गडरिया लोहार, बिस्कुट बनाने वाले, बैग बनाने वाले और बूटिक का कार्य करने वाली महिलाएं शामिल हुए।
बैठक में आये लोगों को एक स्मृति चिह्न एवं शॉल देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा मंत्री श्रीमती कविता जैन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्ण बेदी, विधायक श्री सुभाष बराला सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।