- November 18, 2021
एसबीआइ के मैनेजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने वाले अब शराब बंदी संभालेंगे
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बिहार वापस आए भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी केके पाठक को निबंधन, उत्पाद एवं मद्यनिषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार को इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे केके पाठक पदस्थापन के लिए प्रतीक्षारत थे। पाठक को जिम्मेवारी देने के साथ ही निबंधन, उत्पाद एवं मद्यनिषेध का अतिरिक्त प्रभार देख रहे अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को इस विभाग से मुक्त कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के समय केके पाठक ही उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव थे। बिहार में शराबबंदी को सफलतापूर्वक लागू करने में इनकी अहम भूमिका थी। उनके उसी योगदान को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर से उन्हें इसी विभाग में अपर मुख्य सचिव की जिम्मेवारी दी है।
कौन हैं के के पाठक
बिहार के चर्चित आईएएस अधिकारी के के पाठक पर पटना हाईकोर्ट ने 1 लाख 75 हजार रुपये का जुर्मान लगाया है. कोर्ट ने पाठक पर ये जुर्माना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के 7 ब्रांच मैनेजरों पर कार्रवाई के मामले में लगाया है. के के पाठक पर आरोप है कि उन्होंने मनमाने तरीक से आदेश पारित किया है.
पटना हाईकोर्ट के जस्टिस आर आर प्रसाद की अदालत ने रविशंकर सिंह और छह अन्य की दायर याचिका के मामले में सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया. याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट को बताया था कि स्टाम्प ड्यूटी देर से जमा किये जाने पर पाठक नाराज हो गये थे. इस दौरान उन्होंने आदेश दिया था कि एफ आई आर दर्ज कराएं.