- July 28, 2016
सतर्कता एवं मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक :- उपायुक्त
झज्जर, 28 जुलाई। जिला उपायुक्त अनिता यादव ने वीरवार को लघु सचिवालय में अनुसूचित वर्ग/जनजाति (अत्याचार निवारण )अधिनियम के अंतर्गत जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक ली । उपायुक्त ने बैठक में उपरोक्त अधिनियम के तहत दर्ज हुए मामलों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्परता से निर्णय करने के निर्देश दिए।
बैठक में रखे गए 9 मामलों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि पीडि़तों को पूर्ण न्याय मिले। बैठक में जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि दो मामलों में पीडि़तों की नियमानुसार आर्थिक मदद कर दी गई है। जबकि एक मामले में पीडि़त को आर्थिक मदद करने का निर्णय ले लिया गया है।
इस उपरांत प्रोहिबेशन ऑफ इम्पलोईमैंट एज मेनवल स्केवेनेजर एण्ड देयर रिहैबिलीटेशन एक्ट 2013 के अंर्तगत जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानिटिरिंग कमेटी की बैठक लेते हुए नगरपरिषद् अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सफाई कर्मचारियों व उनके परिजनों का निरंतर स्वास्थ्य चैकअप करवाया जाए। आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य चैकअप के लिए कैंप आयोजित किए जाए।
उपायुक्त ने कहा कि सफाई कर्मचारियों व अन्य छोटे कामगारों के लिए सरकार ने आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराने की नीति बनाई है, ताकि वे अपना स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बन सके। बैठक में छोटे कामगारों को उनका रोजगार शुरू करने के लिए डीआरआई योजना के तहत बैंक अधिकारियों को ऋण मेले आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी जितेंद्र ढिल्लों, सदस्य सुनिता चौहान, राजबीर सहित अन्य सदस्य व अधिकारी मौजूद रहे।
31 जुलाई तक फसलों का बीमा-———-उपायुक्त अनिता यादव ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में योजना के तहत 31 जुलाई तक फसलों का बीमा किया जाएगा। किसान के्रडिट कार्ड धारक किसानों की फसलों का बीमा उसी बैंक से होगा, जिस बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड लिया है। बीना किसान क्रेडिट कार्ड के किसान अपनी फसलों का बीमा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि के्रडिट कार्ड धारक किसानों की फसलों का बीमा बैंक या सोसायटी के रिकार्ड में दर्ज फसल के आधार पर होगा। अगर किसान ने अन्य फसल की बिजाई की है तो वह किसान बैंक में जाकर इसकी सूचना 31 जुलाई से पहले बैंक अधिकारी को देें। ताकि सही फसल का बीमा हो सके। उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसान हितैषी है। ज्यादा से ज्यादा किसानों को 31 जुलाई तक अपनी फसलों का बीमा करवाना चाहिए।
इन फसलों का होगा बीमा
उपायुक्त अनिता यादव ने बताया कि किसानों के हित में खरीफ की चार मुख्य फसलें प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना के दायरे में रखी गई हैं। इनमें धान, कपास, बाजरा और मक्का शामिल हैं। किसान
क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए फसल बीमा अनिवार्य है। उनका बीमा उसी बैंक में हो जाएगा जिस बैंक से किसान ने क्रेडिट कार्ड लिया है। किसान अपनी फसल बीमा कवर की रसीद बैंक से जरूर लें। उन्होंने कहा कि जिस किसान ने क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया है, उनको अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए संबंधित कृषि विकास अधिकारी से करवा सकते हैं।
केवल दो प्रतिशत की प्रिमियम राशि पर बीमा—————– उपायुक्त ने बताया कि बीमा राशि का केवल दो प्रतिशत प्रिमियम किसान को भरना होगा बाकि प्रिमियम राज्य व केंद्र सरकार वहन करेगी। फसल बीमा धान का प्रति एकड़ 25 हजार, कपास का प्रति एकड़ 24 हजार प्रति एकड़, बाजरा प्रति एकड़ 11 हजार व मक्का प्रति एकड़ दस हजार के हिसाब से होगा।
किसान को अपनी फसलों का बीमा करवाने के लिए मात्र दो प्रतिशत प्रिमियम भरना होगा। धान के लिए प्रति एकड़ पांच सौ रूपये, कपास के लिए प्रति एकड़ 480 रूपये, बाजरा के लिए प्रति एकड़ 220 तथा मक्का के लिए 200 रूपये प्रति एकड़ 31 जुलाई से पहले भरकर योजना का लाभ लें।