• October 22, 2016

“सच्ची दिवाली’’ — कच्ची बस्ती के बच्चों के जीवन में रंग

“सच्ची दिवाली’’ — कच्ची बस्ती के बच्चों के जीवन में रंग

जयपुर, 22 अक्टूबर—-हरिया, गोपू, कान्हा, राहूल बंजारा, सरिता …………. को कोई नये कपडे दे रहा था तो कोई मिठाई का पैकेट। कोई चॉकलेट, तो कोई गिफ्ट हेम्पर। कोई उनके लिये खिलौने लाया था तो कोई लंच बॉक्स। किसी संस्था ने उन बच्चों को हेल्थ किट प्रदान किए तो किसी ने वाटर बोतल।

भीलवाडा शहर की झुग्गी -झोंपडियों तथा कच्ची बस्ती में रहने वाले गरीब, बेसहारा तथा असहाय ये बच्चे दीपावली से पहले ढेर सारे उपहार पाकर निहाल हो रहे थे। वास्तव में तो आज ही उनकी ’’सच्ची दिवाली’’ मन चुकी हेै। 1

झुग्गी-झोंपडी तथा कच्ची बस्ती में रहने वाले बच्चों द्वारा बनाई गई एक से बढकर एक पेन्टिंग को खरीदने के लिये लोगों में होड मची थी। शहर के गणमान्य लोग अच्छी कीमत देकर गरीब बच्चों की पेन्टिंग्स को खरीदना चाहते थे। क्योंकि इसके पीछे गरीब बच्चों की मदद का भाव छिपा था।

मौेका था भीलवाडा के सूचना केन्द्र में आयोजित स्थानीय चित्रकारों की ’’अंकन कला संस्थान’’ द्वारा झुग्गी-झोंपडी और कच्ची बस्ती वाले बच्चों के लिए आयोजित की गई ’’सच्ची दिवाली’’ चित्र प्रदर्शनी का । जिला कलक्टर डॉ. टीना कुमार, जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर आनन्दी लाल वैष्णव सहित लायन्स क्लब एवं विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारी ’’सच्ची दिवाली’’ चित्र प्रदर्शनी के साक्षी बनें। उन्होंने बच्चों के साथ दीप प्रज्जवलन कर बच्चों की चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया।

“सच्ची दिवाली’’ चित्र प्रदर्शनी उन बच्चों द्वारा बनाये गये चित्रों की प्रदर्शनी थी जो उन्होंने अंकन कला संस्थान के साथ विगत एक माह तक चली कार्यशाला में बनाये थे। अंकन कला संस्थान के 8 वरिष्ठ और नवोदित चित्रकारों ने चित्रकार के.जी. कदम के निर्देशन में इन बच्चों की उत्सुकता को शांत करने तथा उनके जीवन को एक नई दिशा प्रदान करने के लिये भीलवाडा शहर के एक पार्क में 80 बच्चों के साथ एक माह तक कडी मेहनत की, उनका मार्गदर्शन किया तथा रंग और कागज उपलब्ध कराये। आज ये बच्चे चित्रों और रंंगों से मोहब्बत करने लगे हैं तथा चित्रकारी को अपनी जिन्दगी का ध्येय मानने लगे हेैंं।

कच्ची उम्र के झुग्गी-झोंपडियों में रहने वाले शहर के 100 बच्चों ने 400 पेन्टिंग्स बनाई थी जिसमें से 100 पेन्टिंग्स का चयन कर उन्हें ’’सच्ची दिवाली’’ चित्र प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था। लोगों के उत्साह को देखते हुए लग रहा था कि सभी चित्रों की हाथोंहाथ बिक्री हो जायेगी तथा बच्चों से और चित्र बनवाने की आवश्यकता होगी।
मदद को बढे हाथ-लगी उपहारों की झडीः नेक काम के लिये हर समय आगे रहने वाले भीलवाडा के उद्योगपति, स्वयंसेवी संस्थायें, गणमान्य जन तथा आम नागरिकों ने गरीब-बेसहारा बच्चों की मदद के लिये अपार उत्साह दिखाया। उनकी पेन्टिंग्स तो हाथों-हाथ बिकी ही उनके लिये उपहारों की झडी भी लग गई।

लायन्स क्लब पद्मिनी, राउण्ड टेबल लेडीज क्लब, कृष्णा हॉस्पीटल, धारीवाल ब्लड बैंक की अध्यक्षा स्नेहलता धारीवाल, नगर परिषद की पूर्व सभापति श्रीमती मधू जाजू, कृष्णा राठी की और से भी बच्चों को अलग अलग उपहारों की घोषणा की गई।
हाथों-हाथ बिकी पेन्टिग्सः “सच्ची दिवाली’’ चित्र प्रदर्शनी में लगाये गये चित्रों की हाथों-हाथ बिक्री हुई। 40 पेन्टिंग्स तो चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन से पूर्व ही लोगों ने चिन्हित कर खरीद सुनिश्चित कर ली। चित्र प्रदर्शनी में बिक्री से प्राप्त सम्पूर्ण राशि तथा उपहार स्वरुप प्राप्त सारी राशि गरीब, बेसहारा बच्चों को प्रदान की जायेगी ताकि वे दीपावली का त्यौंहार अन्य लोगों की तरह अच्छे से मना सके तथा अपने जीवन में भी रंग भर सके।

जिला कलक्टर डॉ. टीना कुमार ने “सच्ची दिवाली’’ चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कहा कि अंकन कला संस्थान ने गरीब और बेसहारा बच्चों के लिए एक और सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा को समझें तथा उसको और निखारें। चित्रकार इन बच्चों को भी अपने जैसा बनायें। जिला कलक्टर ने कहा कि बच्चों की पेन्टिंग्स को संस्थाएं तथा लोग हाथोंहाथ खरीदें ताकि इन बच्चों की ज्यादा से ज्यादा मदद हो सके। उन्होंने कहा कि बिक्री के पश्चात् बची सभी पेन्टिंग्स को जिला प्रशासन द्वारा खरीदा जायेगा तथा प्रत्येक कार्यालय में लगाया जायेगा। उन्होनें इसी तरह लोगों की जिन्दगी में रोशनी फैलाने व रंग भरने के लिये सभी को आगे आने को कहा।

जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने प्रदर्शनी उद्घाटन अवसर पर कहा कि अंकन कला संस्थान ने अच्छा प्रयास किया हैै। अबतक उपेक्षित रहे ये बच्चे अपने जीवन की नई शुरुआत करने की और अग्रसर हैं जिनका निरन्तर सही मार्गदर्शन करने की आवश्यकता है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर आनन्दी लाल वैष्णव ने भी पे्ररणास्पद कहानी के माध्यम से अंकन कला संस्थान के कार्यो की सराहना की तथा इसी प्रकार आगे भी गरीब, बेसहारा बच्चों तथा समाज के जरुरतमंद लोगों की निरन्तर मदद करने की आवश्यकता जताई। जिला कलक्टर डॉ. टीना कुमार सहित अतिथियों ने बच्चों द्वारा बनाई गई चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा बच्चों के चित्रों एवं अंकन कला संस्थान द्वारा किये गये अच्छे प्रयास की सराहना की।

प्रदर्शनी उद्घाटन के अवसर पर अंकन कला संस्थान के कल्याण जोशी, के.जी. कदम, नन्दू शर्मा ने भी संबोधित किया तथा संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्यक्रमोंं की जानकारी प्रदान की। प्रदर्शनी शुभारंभ अवसर पर चित्रकार प्रकाश जोशी, सौरभ भट्ट, बजरंग गुर्जर, बबिता बंसल, मंजू पोखरना, पूर्व संयुक्त निदेशक श्याम सुन्दर जोशी, उद्योगपति, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी, संस्थान के सदस्यगण, गणमान्यजन, मीडियाकर्मी भी उपस्थित थे।

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