- August 14, 2018
सखी समिति,संगिनी समिति तथा शक्ति समिति—अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े
भोपाल —- राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में जिला स्तर पर सखी समिति, विकासखण्ड स्तर पर संगिनी समिति और ग्राम स्तर पर शक्ति समिति गठित की जायेगी। समितियों के माध्यम से महिलाओं की समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित किया जायेगा।
जिला एवं ब्लॉक स्तर की समितियों में एक-एक और ग्राम पंचायत स्तर की समितियों मे 5-5 महिलाएँ सदस्य होंगी। श्रीमती वानखेड़े ने सखी-संगिनी प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए यह जानकारी दी।
श्रीमती वानखेड़े ने समितियों के सदस्यों को परिचय-पत्र प्रदान करते हुए कहा कि प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों से समन्वय स्थापित करें तथा महिलाओं के विकास, पुनर्वास तथा विभिन्न समस्याओं के निराकरण की दिशा में सक्रियता से काम करें। उन्होंने कहा कि समितियाँ अपने-अपने कार्यक्षेत्र में शक्ति परामर्श शिविर का आयोजन कर महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास के लिये राज्य सरकार द्वारा संचालित संबल योजना, आजीविका मिशन और लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाओं की जानकारी दें। श्रीमती वानखेड़े ने कहा कि समितियों की महिला सदस्य स्थानीय कन्या शालाओं और कन्या महाविद्यालयों में जायें और बच्चियों को गुड टच, बैड टच तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दें।
कार्यशाला में शामिल महिला सदस्यों ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में महिलाओं के उत्थान और सुरक्षा की दृष्टि से किये जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर राजगढ़ जिले की सखी सुश्री माधवी परमार ने बताया कि उन्होंने बेड़िया-बाँछड़ा जनजाति की 12 महिलाओं को वैश्यावृत्ति छोड़कर खेती-बाड़ी की ओर अग्रसर किया है। अब ये महिलाएँ अपने बच्चों को स्कूल भेजने को भी तैयार हो गई हैं।