- September 18, 2018
सखी-संगिनी सम्मानित— राष्ट्रीय महिला आयोग
राष्ट्रीय महिला आयोग की अघ्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा ने सखी-संगिनियों को अपने-अपने क्षेत्र के साहस, उत्साह और प्रेरणा का मंत्र देते हुए कहा कि महिलाओं पर अत्याचार और शोषण का मूल कारण अशिक्षा है।
श्रीमती शर्मा ने कहा कि सभी महिलाओं को शिक्षा के साथ तकनीकी ज्ञान में भी प्रशिक्षित होने की जरूरत है। यह बात श्रीमती शर्मा ने म.प्र राज्य महिला आयोग द्वारा दो दिवसीय विधिक जागरूकता कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर कहीं।
उन्होंने कहा कि पुलिस को भी महिलाओं के प्रति-व्यवहार के लिए प्रशिक्षित करने की जरूरत है। उन्होंने प्रदेश की बांछड़ा जनजाति की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में प्रयास किये जाने की जरूरत बताई।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े ने म.प्र. में महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तिकरण के लिये हो रहे कार्यो के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिला आयोग ने आठ समितियों का गठन किया है जिनके माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के दिशा में कार्य किये जा रहे है।
आयोग ने जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर गठित सखी-संगिनी और शक्ति समितियों के माध्यम से एक लाख चौदह हजार महिलाओं को जोड़ा है। इसके अलावा हमारी सदस्य समझदार बेटी कार्यक्रम के माध्यम से स्कूल, कॉलेज और अन्य स्थानों पर शिविर लगाकर बेटियों को शिक्षित कर रही है।
कार्यक्रम में प्रदेश एवं जिला स्तरीय सदस्यों को शाल, श्रीफल एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर महिला आयोग की सदस्य श्रीमती सूर्या चौहान, श्रीमती प्रमिला वाजपेयी, श्रीमती गंगा उइके, श्रीमती अंजू सिंह बघेल एवं श्रीमती सुमन राय और आयोग के सलाहकार एवं योग फाउन्डेशन के संस्थापक श्री प्रमोद दुबे उपस्थित थे।