- June 29, 2018
सक्षम एसएटी –झज्जर तीसरे अंक पर- उपायुक्त
झज्जर—-सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए राज्य स्तर पर मातनहेल, साल्हावास व बेरी खण्ड के चयनित होने के उपरांत अब झज्जर जिला को संपूर्ण सक्षम घोषित करने की तैयारी आरंभ हो चुकी है।
जिला के जिन पांच स्कूलों का प्रदर्शन अब भी निराशाजनक है उन स्कूलों को सक्षम मार्गदर्शक कार्यक्रम के तहत प्रशासनिक अधिकारी गोद लेंगे तथा नतीजों में सुधार तक इन स्कूलों की नियमित मॉनीटरिंग करेंगे।
उपायुक्त सोनल गोयल ने यह जानकारी सक्षम कार्यक्रम के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक के दौरान दी। उन्होंने आगामी चरण में सक्षम के लिए नामांकित किए गए झज्जर व बहादुरगढ़ खण्ड में शिक्षा विभाग की तैयारियों की समीक्षा भी की।
श्रीमती सोनल गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि सक्षम कार्यक्रम के तहत झज्जर जिला की उपलब्धियों का सिलसिला लगातार जारी है। राज्य स्तर पर की गई स्कूल मूल्यांकन परीक्षा (एसएटी) में अलग-अलग मानकों के आधार पर झज्जर जिला तीसरे स्थान पर रहा है। इस उपलब्धि के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षक, विद्यार्थी व उनके अभिभावक बधाई के पात्र है।
उन्होंने कहा कि शीघ्र ही बहादुरगढ़ खण्ड के कमजोर प्रदर्शन वाले स्कूलों का वे स्वयं दौरा करेंगी तथा एसडीएम भी इन स्कूलों के प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए कार्य करेंगे। सक्षम मार्गदर्शक, सक्षम सफलता व सक्षम छत्रछाया आदि प्रयासों को गंभीरता से दोनों खण्डों में क्रियांवित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए ग्राम पंचायतों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। ऐसे में झज्जर व बहादुरगढ़ खण्ड के सभी ग्राम सचिव व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि स्कूलों में आयोजित होने वाली एसएमसी, बालिका मंच, पीटीएम आदि में भागीदारी करें। अगर उन्हें कोई दिक्कत मिलती है तो वह इसके बारे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दे सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पहले तीन खण्डों में सक्षम कार्यक्रम के तहत मिली सफलता के आधार पर ही अगले खण्डों का नामांकन कराया गया है ऐसे में सक्षम की कसौटी पर खरा उतरना हम सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है।
जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर सिंह सिवाच ने उपायुक्त को भरोसा दिलाया कि मातनहेल, बेरी व साल्हावास की तर्ज पर झज्जर व बहादुरगढ़ खण्ड को सक्षम बनाया जाएगा।
सक्षम कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. सुदर्शन पूनिया ने बैठक में आए स्टार शिक्षकों को कहा कि स्कूलों में जाकर मॉनीटरिंग की बजाए मेंटरिंग का काम करें ताकि मोटिवेशन से नतीजे बेहतर आ सके।
इस अवसर पर सीटीएम अश्विनी कुमार, डीडीपीओ हरि सिंह श्योराण सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।