श्वेता और अमिषा को व्हील चेयर तथ सोनू को ट्राय सायकल प्रदान- कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन

श्वेता और अमिषा को व्हील चेयर तथ सोनू को ट्राय सायकल प्रदान- कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन

अम्बिकापुर  -छतीसगढ –                            बतौली विकासखण्ड के चिरगा ग्राम निवासी दिमाग साय की दोनों बेटियां श्वेता और अमिषा निःशक्तता से ग्रसित हैं। तीसरी और पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली बालिकाओं के पिता दिमाग साय ने बतौली स्थित अस्पताल में चिकित्सकों को दिखाया, इलाज भी करवाया पर विशेष लाभ नहीं मिला।

अपनी पुत्रियों के भविष्य के प्रति चिंतित दिमाग साय ने चिरगा ग्राम में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण षिविर में उपस्थित होकर कलेक्टर से मिलकर अपनी परेशानी से अवगत कराने की सोची। उसने बालिकाओं समेत कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के समक्ष उपस्थित होकर बच्चों की शारीरिक स्थिति के बारे में बताया।

उसने बताया कि बालिकाएं छोटी थीं तो सब ठीक लग रहा था, किन्तु जैसे-जैसे बड़े हो रहे हैं, उनके कमर के नीचे के अंग शिथिल होते जा रहे हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय चिरगा के आठवीं कक्षा में अध्ययनरत सोनू की स्थिति भी लगभग वैसी ही है। सोनू को भी चलने-फिरने में परेशानी हो रही है।

कलेक्टर ने बच्चों की शारीरिक स्थिति का अवलोकन करते हुए सर्व षिक्षा अभियान के जिला मिशन समन्वयक श्री आशीष दुबे को बच्चों के इलाज और सहायक तथा अन्य शासकीय सुविधायें उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्री दुबे द्वारा श्वेता और अमिषा को व्हील चेयर तथ सोनू को ट्रायसायकल प्रदान किया गया।

सामान्य बच्चों के साथ निःशक्त बच्चों को पढ़ाने की समावेषी योजना के तहत इन बच्चों के अभिभावकों को 2500 रूपए स्कार्ट एलाउन्स और समाज कल्याण विभाग द्वारा दिए जाने वाले सामाजिक सुरक्षा पेंषन के तहत 300 रूपए प्रति माह एवं 50 रूपए प्रतिमाह की निःषक्त छात्रवृत्ति दी जाएगी।

सेरेब्रल पाल्सी की बीमारी से ग्रसित बच्चों का इलाज षिषु रोग विषेषज्ञ डॉ. जे.के. रेलवानी एवं मनोरोग चिकित्सक डॉ. विजय यादव द्वारा की जा रही है। कलेक्टर की संवेदनषीलता से विषेष आवष्यकता वाले इन तीनों बच्चों को तत्काल आवष्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है।

कलेक्टर ने सर्व शिक्षा अभियान के जिला मिशन समन्वयक, समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक श्री जे.पी.सिंह एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.के.जायसवाल को आपसी समन्वय कर जिले के सभी विषेष आवष्यकता वाले बच्चों को स्कॉट एवं ट्रेव्हलिंग एलाउंस, आवष्यक सहायक उपकरण, निःशक्तता प्रमाण पत्र, निःशक्त छात्रवृत्ति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि सुझाव से लाभान्वित करने के निर्देश दिये है।

उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान विशेष आवष्यकता वाले बच्चों का पता लगाकर उन्हें शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को तत्काल उपलब्ध कराने हेतु आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित करें।

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