- August 6, 2018
श्रमिक सम्मान समारोह— रोहतक जिला के पंजीकृत कामगारों को 57 लाख 53 हजार 500 रुपए की राशि वितरित –चेयरमैन रमेश बल्हारा
रोहतक—– हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रमेश बल्हारा ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की गई है।
श्री बल्हारा स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ प्रर्फोमिंग एंड विज्यूवल आर्टस (सुपवा) में आयोजित अन्तोदय मेला एवं श्रमिक सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में हरियाणा श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा रोहतक जिला के पंजीकृत कामगारों को 57 लाख 53 हजार 500 रुपए की राशि वितरित की गई। इसके अलावा 21 कामगारों को योजना के तहत 51-51 हजार रुपए की कन्यादान राशि भी दी गई।
श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन कराने व योजनाओं के प्रति श्रमिकों को जागरूक करने पर कार्यक्रम में पारले, सूर्या रोशनी, ऐके ऑटोमेटिक, एशियन पेंट व एचएनजी बहादुरगढ़ के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।
बल्हारा ने कहा कि श्रमिक कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजना के तहत पंजीकृत मजदूर को 36 हजार रूपये का मातृत्व तथा 21 हजार रूपये का पितृत्व लाभ प्रदान किया जाता है।
कन्यादान योजना के तहत 51 हजार रूपये की राशि प्रदान की जाती है। भाजपा के चार वर्ष के शासनकाल में 380 करोड़ रुपए की राशि मजदूरों की कल्याणकारी नीतियों पर खर्च की जा चुकी है।
बोर्ड के सदस्य भूषण चुघ ने अपने संबोधन में कहा कि पंजीकृत मजदूर के लडक़े की शादी पर 21 हजार रूपये तथा लडक़ी की शादी पर 50 हजार रूपये की सहायता राशि देने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि 8 हजार से 20 हजार रूपये तक की वार्षिक वित्तीय सहायता शिक्षा के लिए प्रदान की जाती है। शिक्षा में 21 हजार से 51 हजार रूपये तक के पारितोषिक का भी प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महिला श्रमिक सम्मान योजना के तहत 51 हजार रूपये की वार्षिक राशि प्रदान की जाती है इसी प्रकार टूल किट के लिए 8 हजार रूपये व साईकिल के लिए तीन हजार रूपये की सहायता दी जाती है।
चुघ ने कहा कि अपने पैतृक घर जाने व भ्रमण के लिए भी पंजीकृत मजदूरों को वास्तविक किराया देने का प्रावधान योजना में किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रचलित न्यूनतम मजदूरी के आधार पर मजदूरों को चिकित्सा सहायता के अलावा घातक बीमारियों के उपचार के लिए एक लाख रूपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।
उन्होंने कहा कि मजदूरों के अक्षम बच्चों को दो हजार रूपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता देने का प्रावधान योजना में किया गया है। इसी प्रकार से 60 वर्ष की आयु के उपरांत एक हजार रूपये प्रतिमाह की पेंशन व 500 रूपये प्रतिमाह की पारिवारिक पेंशन देने का भी प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि अपंगता की स्थिति में 3 हजार रूपये प्रतिमाह के हिसाब से पेंशन दी जाएगी। भूषण चुघ ने कहा कि श्रमिक की मृत्यु होने पर दो लाख रूपये की वित्तीय सहायता देने का प्रावधान किया गया है।
पांच लाख रूपये मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पात्र मजदूर को दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अन्तिम संस्कार के लिए भी 15 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि अपंजीकृत श्रमिक की मृत्यु पर अढ़ाई लाख रूपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान है तथा मकान की खरीद व निर्माण के लिए दो लाख रूपये तक के ऋण की भी व्यवस्था योजना में की गई है।
कार्यक्रम में भाजपा के जिला अध्यक्ष अजय बंसल, बोर्ड के सदस्य मदन सिंह, नरेश इन्दोरा, पार्षद अशोक खुराना, सूरजमल किलोई, भाजपा जिला महामंत्री धर्मबीर शर्मा व सतीश आहुजा, राजकुमार कपूर, विकास रोहिल्ला, विशाल ढल, जोगेंद्र बल्हारा, अशोक खत्री, पुष्पेंद्र ढुल, जिला श्रम कल्याण अधिकारी विकास हुड्डा, सहायक निदेशक शैलेश अहलावत, इस्पेंक्टर बलबीर सिंह व सुनील नान्दल सहित विभाग के कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित थे।