- September 2, 2016
श्रमिकों से अपील — श्रम योगी – राष्ट्र योगी – राष्ट्र निर्माता
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श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री बंदारू दत्तात्रेय की श्रमिकों से के लिए जारी अपील का मूल पाठ इस प्रकार है:
श्रम योगी – राष्ट्र योगी – राष्ट्र निर्माता
प्रिय श्रमिक भाईयों और बहनों,
एनडीए की सरकार आपकी सरकार है। हम श्रमिकों के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध हैं। प्रत्येक मजदूर को रोजगार, मजदूरी और सामाजिक संरक्षा उपलब्ध करवाना हमारा लक्ष्य है। देश के कोने-कोने में हर युवा के लिए रोजगार का सृजन हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। सरकार ने इस दिशा में कई परिवर्तनकारी एवं रचनात्मक कदम उठाये हैं और साहसिक निर्णय लिये हैं।
बाल मजदूरी के उन्मूलन के महत्वपूर्ण कदम और मातृत्व हितलाभ को 12 से बढ़ाकर 26 सप्ताह किया जा रहा है, जिसका लाभ 18 लाख महिला कर्मकारों को मिलेगा, अब सरकार ने एक अभूतपूर्व निर्णय के तहत न्यूनतम मजदूरी में 42% की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस निर्णय के साथ ही ‘सी’ क्षेत्र के गैर-खेतिहर मजदूर की न्यूनतम मजदूरी 246/- रुपये से बढ़ाकर 350/- रुपये प्रतिदिन हो जायेगी। इसी श्रेणी के मजदूर के लिए ‘ए’ क्षेत्र में बढ़ी हुई न्यूनतम मजदूरी 523/- रूपये और ‘बी’ क्षेत्र में 437/- रूपये प्रति दिन होगी। इसका लाभ 70 लाख कर्मकारों को मिलेगा।
बोनस संशोधन अधिनियम की अनुपालना में केन्द्रीय सरकार के अराजपत्रित अधिकारियों को भी बढ़े हुए मानकों के अनुसार वर्ष 2014-15 और 2015-16 के लिए बोनस दिया जायेगा। इसका लाभ 55 लाख कर्मचारियों को मिलेगा। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को सामाजिक संरक्षा के दायरे में लाने के लिये एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है जो अपना प्रतिवेदन शीघ्रातिशीघ्र सरकार को देगी। इस समिति द्वारा सामाजिक सुरक्षा योजना के क्रियान्वयन से लगभग 65 लाख आंगनवाड़ी, मिड-डे-मील एवं आशा वालन्टियर्स को लाभ मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना के तहत लगभग 10 लाख रोजगार के अवसर सृजन होंगे। इस योजना के तहत नियोक्ताओं के 8.33% कर्मचारी पेंशन योजना का अंशदान अगले 3 साल के लिए भारत सरकार वहन करेगी। इसके लिए भारत सरकार द्वारा 1 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह योजना निश्चित रुप से नये रोजगार के अवसर सृजन करेगी।
श्रम कानूनों के कारगर क्रियान्वयन के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। पिछले वर्ष 2014-2015 के दौरान मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय) द्वारा 19,384 निरीक्षण किये गये थे जबकि वर्ष 2015-2016 में 29,233 निरीक्षण किये गये ।
मित्रो, हम जनकल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिये कटिबद्ध हैं और एक ऐसे वातावरण का निर्माण करना चाहते हैं जो औद्योगिक विकास तथा रोजगार सृजन के लिये अनुकूल हो ताकि समग्र आर्थिक विकास के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
मैं राष्ट्रनिर्माण के इस महत्वपूर्ण कार्य में आपके सहयोग और सक्रिय सहभागिता की आशा करता हूँ।