• October 19, 2015

शिक्षा के क्षेत्र में झालावाड़ को आदर्श जिला बनाऐं -शिक्षा राज्य मंत्री

शिक्षा के क्षेत्र में झालावाड़ को आदर्श जिला बनाऐं -शिक्षा राज्य मंत्री

जयपुर – प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षा एवं भाषा विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो0 वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा जगत में अह्म फैसले किये है इसी के कारण पहली बार राजस्थान के सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ा है और आम जनता ने सरकारी विद्यालयों के प्रति जो विश्वास व्यक्त किया है उसे बनाये रखना हमारे लिए चुनौती है।
शिक्षा राज्य मंत्री ने शनिवार को झालावाड के मिनी सचिवालय के सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षात्मक बैठक में कहा कि शिक्षा की तकनीक बदल रही है जिले के सभी स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ बिजली, पानी, पर्याप्त कक्षा-कक्ष व शौचालय आदि की पुख्ता व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करें ताकि शिक्षा के क्षेत्र में झालावाड़ एक आदर्श जिला बन सके।
शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को जानकारी देते हुए बताया कि एसबीबीजे बैंक द्वारा झालावाड़ जिले के 140 गांवों के स्कूलों को पानी व बिजली के लिए गोद लिया है और भारत सरकार ने बॉयोमेट्रीक के लिए 25 लाख रूपये दिये है। उन्होंने कहा कि विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ जीवन्त सम्पर्क रखकर भावी योजनाओं से अवगत कराते हुए शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रयासरत है लेकिन इसका लाभ तब मिलेगा जब शिक्षा विभाग के अधिकारी, अध्यापक वर्ग इसमें समाधान के लिए कदम आगे बढायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 13 हजार 800 पद आरपीएससी द्वारा भरे है और 15 हजार शिक्षक भर्ती के लिए रीट की विज्ञप्ति जारी करने जा रही है।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी आगामी एक माह में सभी स्कूलों का निश्चित संख्या में निरीक्षण कर स्वयं अपनी ऑंखों से देंखे, बच्चों का पूरा ध्यान रखते हुए शिक्षा सम्बल अभियान के दौरान सामने आई कमियों को दूरस्त करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि नये क्रमोन्नत विद्यालयों में एक व्याख्याता जरूर लगाये ताकि वहां पढने वाले बच्चों को उसका लाभ मिल सके। उन्होंने सरप्लस अध्यापकों को लगाने की व्यवस्था के निर्देश दिये। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रत्येक अमावस्या को अभिभावक समिति की बैठक आयोजित करने और उसमें जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे विद्यालय की शिक्षा व्यवस्थाओं में बेहतर सुधार होगा। उन्होंने विद्यालयों में प्रतिदिन आधा घन्टा प्रार्थना सभा आयोजित कर बच्चों को सीडी के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी जानकारी से अवगत कराने के निर्देश दिये।
शिक्षा राज्य मंत्री ने जिले के विद्यालयों में पानी-बिजली सहित बाउण्ड्रीवाल, खेल मैदान, शौचालय, स्वच्छ भारत अभियान, छात्रावासों की व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति,
जर्जर भवन, शिक्षा सम्बल कार्यक्रम, रमसा, मॉडल स्कूल, एसएसए द्वारा निर्मित कार्यों से संबंधित बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में सांसद श्री दुष्यन्त सिंह ने कहा कि स्कूलों में एक अच्छा वातावरण तैयार करें और सभी के सहयोग एवं विद्यालय में मौजूद फण्ड से विद्यालय को सुन्दर व साफ-सुथरा बनायें ताकि हमारे जिले से भी होनहार बच्चे निकल कर आगे आएं। जिला कलक्टर ने आश्वस्त करते हुए कहा कि बैठक में चर्चा के दौरान दिये गये निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती टीना भील, खानपुर विधायक श्री नरेन्द्र नागर, डग विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल, मनोहरथाना विधायक श्री कंवर लाल मीणा, पूर्व जिला प्रमुख श्रीकृष्ण पाटीदार, पूर्व चेयरमेन हाऊसिंग बोर्ड श्री श्याम सुन्दर शर्मा, प्रशिक्षु आईएएस गौरव अग्रवाल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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