शिक्षण संस्थानों में क्रांतिकारी परिवर्तन

शिक्षण संस्थानों में क्रांतिकारी परिवर्तन

दिल्ली ——— केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने कहा है कि यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) ने 62 संस्थानों को पूरी आजादी यानी पूर्ण स्वायत्ता दे दी है.
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116 विश्वविद्यालयों ने स्वायत्ता के लिए आवेदन किया था, इनमें कई चोटी के संस्थानों का नाम भी शामिल है. इनमें बीएचयू, अलीगढ़ यूनिवर्सिटी और हैदराबाद यूनिवर्सिटी के अलावा वे 5 सेंट्रल यूनिवर्सिटी और 21 राज्य स्तर की यूनिवर्सिटी शामिल हैं, जो शीर्ष स्तर पर हैं.

तीन ऐसे डीम्ड विश्वविद्यालय हैं जिनका एक्सटेंशन अभी रोका गया है. उन्हें शोकॉज नोटिस दिए गए हैं. इन संस्थाओं में आरक्षण लागू रहेगा.

***************** फायदें **************************

-एडमिशन प्रक्रिया से लेकर, फीस, यहां तक कि करिकुलम भी खुद तय कर सकते हैं.

-छोटे-छोटे कोर्स शुरू करने के लिए इन संस्थानों को यूजीसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है.

-इन्हें ऑफ कैंपस सेंटर शुरू करने की इजाजत भी दे दी गई है.

-ये रिसर्च पार्क शुरू करने के अलावा, छात्रों को पढ़ाने के लिए विदेश से टीचर भी ला सकते हैं.

-अच्छी फैकल्टी रखने के लिए ये संस्थान वेरिएबल पे भी दे सकते हैं यानी 7वें वेतन आयोग से ज्यादा इंसेंटिव दे सकते हैं.

– इन्हें दुनियाभर की अच्छी यूनिवर्सिटी के साथ एकडेमिक कोलैबरेशन करने की भी छूट होगी.

-संस्थान और यूनिवर्सिटी ओपन डिस्टेंस लर्निंग के अलावा ऑनलाइन कोर्स भी शुरू करने की छूट होगी.

-अपने विषय से संबंधित विदेशी शिक्षकों को भी छात्र अपने गाइड के तौर पर ले सकेंगे.

-डिम्ड संस्थान परीक्षार्थियों के लिए स्वतंत्र रूप से परीक्षा आयोजित करा सकेंगे. रिजल्ट भी घोषित कर सकेंगे, लेकिन डिग्री विश्वविद्यालय से संबंद्ध रहेगी.

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