- November 9, 2021
शराब के कहर : किस स्तर पर कौन लापरवाही कर रहा है, यह देखें और कार्रवाई करें — मुख्यमंत्री नीतीश
बिहार के गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में जहरीली शराब के कहर बरपाने और 40 मौतों के बाद पुलिस लगातार एक्शन मोड में है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवम्बर को शराबबंदी की सख्ती पर समीक्षा बैठक बुलाकर अधिकारियों की टेंशन और बढ़ा दी है। नतीजतन बिहार पुलिस शराब कारोबारियों को ढूंढ-ढूंढ कर गिरफ्तार कर रही है। शराब की अवैध भट्ठियां तोड़ी जा रही हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक से पहले अधिकारियों के पास बताने के लिए ठीक-ठाक कार्रवाईयों का ब्योरा उपलब्ध हो।
जहरीली शराब से मौत वाले जिलों मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में सबसे अधिक कार्रवाई हुई है। इन चार जिलों में ही 19 हजार लीटर से अधिक देसी-विदेशी शराब बरामद की गई है। पुलिस टीम ने 749 छापेमारी की, जिसमें 568 लोगों को गिरफ्तार किया गया । इस दौरान 15,246 लीटर विदेशी शराब, 3435 लीटर देसी शराब, 497 लीटर महुआ चुलाई शराब और 500 लीटर स्प्रिट बरामद किया गया है। पुलिस ने 347 मामले दर्ज किए हैं।
शराब तस्करी में लगे 71 वाहनों को पकड़ा गया है। इस दौरान आठ लाख से अधिक की नकद राशि भी जब्त की गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराबबंदी में खलल डालने वालों को बख्शेंगे नहीं। चाहे वह धंधेबाज हों या फिर अफसर या कर्मचारी। हमने मुख्य सचिव और डीजीपी को एक-एक चीज पर नजर रखने का निर्देश दिया है। किस स्तर पर कौन लापरवाही कर रहा है, यह देखें और कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे 16 नवंबर की समीक्षा बैठक में एक-एक जिले की स्थिति को देखेंगे। सख्त कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी राज्य में चलेगा। लोगों को फिर बताया जाएगा कि आखिर क्यों वे शराब का सेवन करते हैं, यह बहुत ही खराब चीज है।