• December 3, 2020

विश्व दिव्यांग दिवस सम्मान समारोह : बुनियाद केन्द्र मधुबनी

विश्व दिव्यांग दिवस सम्मान समारोह : बुनियाद केन्द्र मधुबनी

3 दिसम्बर 2020: जिला मधुबनी में बुनियाद केन्द्र ने विश्व दिव्यांग दिवस समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन की मुख्य अतिथि सहायक निदेशक नलीनी कुमारी ने उपस्थिति दिव्यांगजनों को संबोधन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया साथ ही कहा की आप लोग आगे बढे मैं सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधाओं को आप तक पहुॅचाने का हरसंभव प्रयास करूॅगी।


आप दिव्यांग जन किसी भी सीएससी केन्द्र में जाकर यूडीआईडी के लिए स्वावलंबन साईट पर आवेदन करें । वर्तमान में यूडीआईडी काफी महत्वपूर्ण है। बुनियाद केन्द्र आप ही लोगों के लिए बनाया गया है। हर समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जायेगा। जों भी योजना है उसके लिए तत्पर रहें। आगे आऐं।

सहायक निदेशक ने कोरोना काल की याद दिलाते हुए कहा की आज कल काफी सतर्क रहना है। मास्क लगायें और सतर्क रहें। इस क्रम में मास्क और हैंड सेनीटाइजर के साथ दिव्याङ्ग योजना प्रपत्र के साथ एक थैला वितरित किया गया। उपलब्ध सुविधाओं की प्राप्त करने में आ रही किसी भी तरह की समस्या के लिए हमसे संपर्क करें।

सहायक निदेशक के साक्ष्य में पंडौल प्रखंड के सलेमपुर पंचायत के लडडू यादव, संकोर्थ पंचायत के मंजूर मियाॅ,मो0 मुर्तुजा , रहिका प्रखंड जगतपुर पंचायत के अनिल राम को ट्राई साईकिल वही संकोर्थ पंचायत (पंडौल प्रखंड) रामनगर के नेत्रहीन कुवर कुमार कामति को और जगतपुर पंचायत के नेत्रहीन ललित पासवान के बीच स्टीक वितरित किया गया।

सहायक निदेशक ने अध्ययन के क्षेत्र में रूपा कुमारी और दिव्यांगता के क्षेत्र में साजिदा परवीन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया वही जिला स्तरीय सुगम और सर्वोतम वेब मीडिया www॰navsancharsamachar॰com को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इस सम्मान समारोह के मुख्य भूमिका में चलंत अनुदेशक शिव शंकर प्रसाद रहें। इन्होने सभी दिव्यांगो को फोन पर सूचना दे कर समारोह में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है।

नेत्र विशेषज्ञ डाॅ कृष्ण कुमार ने कहा की बुनियाद केन्द्र में आँख की जाॅच और चश्मा मुफत दी जाती है। इसके अतिरिक्त बुनियाद केन्द्र फिजियोथेरेपी के द्वारा दिव्यांग सेवा में तत्पर है। आप लोंग इसका लाभ लें।

इस समारोंह में बुनियाद केन्द्र के नरेश कामती (स्पीच थेरेपी), समीना आजमी,उदय कांत और रमेंश पाठक की सहभागिता प्रशंसनीय रही।

दिव्याङ्गो से बातचीत करने पर यह पता चला है की जब से बुनियाद केन्द्र ने काम करना शुरू किया है बिना पहुँच वाले दिव्याङ्ग को लाभ मिल रहा हैं, यह बहुत बड़ी उपलब्धि हैं

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