विशेष श्रेणी के मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष कदम :- निर्वाचन आयोग

विशेष श्रेणी के मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष कदम :- निर्वाचन आयोग

पेसूका ——–असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने सम्‍मानित मतदाताओं, विशेष रूप से विशेष श्रेणियों के मतदाताओं के लिए आरामदायक सुविधाजनक गुणवत्‍तायुक्‍त मतदान का अनुभव कराने के लिए अनेक पहल की हैं। इन चुनाव के लिए आयोग ने जो महत्वपूर्ण पहल की हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

• आयोग ने यह निर्देश दिया है कि कमजोर वर्गों की बहुतायत वाली बस्तियों की पहचान की जाए और ऐसे स्‍थानों पर मतदाताओं की संख्‍या की परवाह किए बिना मतदान केंद्र स्‍थापित किए जाएं ताकि कमजोर वर्ग के मतदाताओं को ऐसे क्षेत्र में न जाना पड़े जहां उन्‍हें मतदान करने से रोका जा सकता हो।

• किसी निर्वाचन क्षेत्र में अगर कुष्ठ रोगी रहते हों तो सैनटोरियम में रहने वाले सभी कुष्‍ठ रोगियों के लिए अलग से एक मतदान केंद्र की स्‍थापना की जाए और उस सैनटोरियम में काम करने वाले अधिकारियों, डॉक्‍टरों और अन्‍य कर्मचारियों को ऐसे मतदान केंद्र के पीठासीन और मतदान अधिकारी नियुक्‍त किया जाए।

• ऐसे क्षेत्रों जहां महिलाएं सामाजिक प्रक्रिया या प्रथा के कारण पुरुषों के साथ घुलने मिलने में सकुचाती हों तो ऐसे क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग मतदान केंद्र स्‍थापित किए जाएं या महिलाओं-पुरुषों के लिए अलग-अलग लाइनें बनाई जाएं।

• वृद्धजनों, अशक्त व्यक्तियों/ गर्भवती महिलाओं के लिए मतदान केंद्रों में विशेष व्यवस्था/ सुविधाएं उपलब्‍ध कराई जाएं।

• मतदान केंद्रों में प्रवेश के लिए दिव्‍यांग मतदाताओं को लाइन में प्रतीक्षा कराए बिना ही मतदान करने की सुविधा प्रदान की जाए। जरूरत पड़ने पर मतदान केंद्रों में व्हीलचेयर की सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ ऐसे स्‍थानों पर अस्थायी रैंप उपलब्‍ध कराए जाएं जहां स्थायी रैंप उपलब्‍ध नहीं है। इन सुविधा उपायों से निर्वाचन आयोग ने समावेशी भागीदारी सनिश्चित करने के लिए स्‍वतंत्र निष्‍पक्ष और अनुकूल वातावरण में अपना मतदान करने के लिए हर मतदाता को अवसर प्रदान किया है।

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