विधान सभा में पारित: शहडोल ब्योहारी-सीधी-इलाहाबाद रेल लाईन :- केदार शुक्ल

विधान सभा में पारित: शहडोल ब्योहारी-सीधी-इलाहाबाद रेल लाईन :- केदार शुक्ल

सीधी -( विजय सिंह)- मध्य प्रदेश विधान सभा ने सीधी विधायक केदार नाथ शुक्ल का संकल्प ‘‘ यह सदन केन्द्र शासन से अनुरोध करता है कि शहडोल ब्योहारी-सीधी-इलाहाबाद रेल्वे लाईन बनाई जाये ’’ सर्वसम्मति से पारित करते हुये प्रस्ताव भारत सरकार को भेजने का निर्णय किया है।Sidhi Vidhayk

संकल्प पर बोलते हुये सीधी विधायक ने कहा कि सन् 1910 में इलाहाबाद को शहडोल को जोड़ने की योजना अंग्रेजों ने बनाई थी। ललितपुर-सिंगरौली रेल्वे लाईन, इलाहाबाद-शहडोल रेल्वे लाईन, ये प्रमुख रेल्वे लाईन थीं। लेकिन तत्काल रीवा नरेश न इसका विरोध किया। परिणामतः यह रीवा स्टेट से बाहर घूमते हुये सतना से मैहर-कटनी घूमते हुये शहडोल पहुंची। शहडोल पहुंचने में इलाहाबाद से शहडोल की दूरी अगर हम सीधे रेल से जोड़ देंगे तो मात्र 200 कि.मी. होगी। लेकिन घूमकर 350 कि.मी. जाना पड़ता है और विंध्य का अधिकांश भू-भाग जो आदिवासी बाहुल्य है, जन जाति बाहुल्य है, वे आवागमन के साधनों से दूर हैं।

 श्री शुक्ल ने कहा- अगर शहडोल से ब्योहारी-सीधी और सीधे इलाहाबद को जोड़ देंगे तो आदिवासी क्षेत्र आवागमन की दृष्टि से जुड़ जायेगा। इतना ही नहीं हमारा औद्योगिक क्षेत्र के मामले में भी इलाहाबाद से बड़ा नजदीक का सम्पर्क है। पर यदि सतना का आदमी जाता है तो उसे 150 कि.मी. पड़ता है। रीवा का आदमी सतना जाता है, सीधी का आदमी उल्टा सतना 150 कि.मी. जाता है। परिणाम यह है कि आवागमन की इस असुविधा के कारण हम ठीक से औद्योगिक क्षेत्र में भी विकास नहीं कर पा रहे हैं।

इलाहाबाद शिक्षा का बहुत पुराना केन्द्र रहा है। हमारे यहां से पढ़ने वाले सभी विद्यार्थी इलाहाबाद जाते रहे हैं। आवागमन की असुविधा के कारण हमारा वहां जाना वंचित हो रहा है। इस नाते शिक्षा, उच्च शिक्षा प्रापत करने के लिये भी इलाहाबाद को जोड़ना जरूरी है।

सीधी विधायक ने कहा कि सांस्कृतिक और धार्मिक केन्द्र तीर्थराज प्रयाग है और वहां हमारे हमारे यहां के तमाम साधारण से साधारण लोग अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक क्रियाकलापों के लिये जाते हैं। व्यापारिक केन्द्र भी है और शहडोल, सीधी व इलाहाबाद के बीच में जो आवागमन से अछूते क्षेत्र है, यह सब भी जुड़ जायेंगे। यह एक व्यवहारिक हल है और जिसे तात्कालिक सामंतवादी व्यवस्था ने नहीं बनने दिया था।

 आज हम प्रजातंत्र में इस लाईन को जोड़ करके इस बात को साबित करें कि हम सर्वहारा वर्ग को आवागमन की सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं।

स्वतंत्र पत्रकार
19, अर्जुन नगर सीधी

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