विदेश मंत्रालय : भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका: निर्धनता एवं क्षुधा उपशमन के लिए इब्सा कोष हेतु त्रिपक्षीय समझौते

विदेश मंत्रालय : भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका: निर्धनता एवं क्षुधा उपशमन के लिए इब्सा कोष हेतु त्रिपक्षीय समझौते
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने भारत, ब्राज़ील एवं दक्षिण अफ्रीका के बीच निर्धनता एवं क्षुधा उपशमन हेतु त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करने को अनुमति प्रदान कर दी है। 

इस निर्णय से दक्षिण-दक्षिण सहयोग के क्षेत्र में अद्वितीय इब्सा कोष (IBSA Fund) को मज़बूत बनाने में मदद मिलेगी। इब्सा देश इस कोष में सालाना 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर देते हैं, जो जनवरी 2015 तक 28.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो चुका है। भारत अब तक इस कोष में 9.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर दे चुका है।

इब्सा कोष विकास परियोजनाओं का दायित्व वहन करता है। इब्सा कोष द्वारा वित्तपोषित पहली परियोजना कृषि एवं पशुधन विकास पर थी। दिसंबर 2006 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र दिवस के मौके पर इब्सा कोष को दक्षिण-दक्षिण सहकारिता पुरस्कार दिया गया था। इससे दक्षिण-दक्षिण विकासात्मक सहकारिता के क्षेत्र में इब्सा कोष की महत्ता एवं कद इंगित होता है।

इब्सा डायलॉग फोरम के अंतर्गत सहयोग के तीन में से एक स्तंभ के तौर पर इब्सा कोष का गठन वर्ष 2004 में निर्धनता एवं क्षुधा उपशमन हेतु किया गया था। अन्य दो स्तंभ हैं- विश्व राजनीति पर मंत्रणा एवं समन्वयन और यथार्थपूर्ण क्षेत्रों एवं परियोजनाओं पर त्रिपक्षीय सहयोग।

पृष्ठभूमिकः

आईबीएसए डायलॉग फोरम को दक्षिण के वैश्विक प्रासंगिकता एवं प्रभाव वाले तीन जोशपूर्ण जनतंत्रों के मध्य सहयोग हेतु जून 2003 में शुरू किया गया था। सभी तीन देश बहुलवादी, बहुसांस्कृतिक, बहुनस्लीय, बहुभाषीय एवं अनेक धर्मों के समाजों वाले विकासशील देश हैं।

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