- September 26, 2017
वार्ड नंबर-15 — दबंग डेंगू –पार्षद मोनिका कपूर राठी
झज्जर/बहादुरगढ़ (गौरव शर्मा)————-बहादुरगढ़ नगर परिषद के सफाई निरीक्षक की लापरवाही के चलते इन दिनों शहर के वार्ड नंबर-15 में डेंगू व अन्य मौसमी बिमारियों ने अपने पैर पसार रखे है।
वार्ड में एकाध बार को छोड दिया जाए तो वार्ड में किसी भी कालोनी में फोगिंग या अन्य दवाईयों का छिडकाव तक नहीं किया गया है। जिसके चलते वार्ड के दर्जनभर लोग डेंगू से पीडित है जबकि एक युवक साहिल पुत्र चंद्रमोहन चुघ उर्फ चन्नी की डेंगू के चलते मौत भी हो गई। इसके बावजूद नगर परिषद के सफाई निरीक्षक आंखे मूंदे हुए है और दूसरे अधिकारियों की जिम्मेवारी कह कर पल्ला झाड रहे है।
साल के अगस्त व सितंबर माह में डेंगू, मलेरिया व अन्य किस्म की मौसमी बिमारियों का खतरा बना रहता है। इसके लिए नगर परिषद को समय-समय पर फोगिंग व अन्य दवाईयों का छिडकाव करना होता है। लेकिन इस वर्ष नगर परिषद के सफाई निरीक्षक ने लापरवाही पूर्ण रवैया अपनाते हुए वार्ड नंबर-15 में फोगिंग नहीं करवाई। जिसके चलते डेंगू जैसी खतरनाक बिमारी ने वार्ड-15 में अपने पैर जमा लिए।
वार्ड नंबर-15 के डेंगू व संबंधित बीमारियों से पीडित लोगों में पालिका कालोनी निवासी नितेश पुत्र जगबीर, सीमा पत्नी राजबीर, जगबीर पुत्र बलवान, शुभम पुत्र राजबीर, बागवाला मोहल्ला निवासी रचना पत्नी अरुण, काकी पुत्री राजेश, कच्चा बाग निवासी भानू पुत्र शिव कुमार, संजय कालोनी निवासी राहुल पुत्र ओमप्रकाश, अनिता पत्नी गौतम और दिक्षा पुत्री आनंद आदि शामिल है।
पार्षद मोनिका कपूर राठी का कहना है कि नगर परिषद के सफाई निरीक्षक सतपाल को अगस्त के आखिरी सप्ताह में वार्ड में फोगिंग करवाने के लिए मिले थे। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद सफाई निरीक्षक ने कोई कार्यवाही नहीं कि तो पार्षद ने अपनी तरफ से वार्ड में फोगिंग करवाई। लेकिन इसके बाद भी नगर परिषद के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। इस मामले को पार्षद ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि निश्चित तौर पर सफाई निरीक्षक की लापरवाही की शिकायत वे आला अधिकारियों को करेंगी।
तेल के ऑडिट, भ्रष्टाचार निश्चित — पार्षद मोनिका कपूर राठी का कहना है कि वार्ड में फोगिंग में इस्तेमाल होने वाला डिजल व पैट्रोल उन्होंने अपनी तरफ से कर्मचारियों को मुहैया करवाया था। जिसका बिल नंबर-4666,4607,4608 आज भी उनके पास है। नगर परिषद द्वारा फोगिंग में लगे तेल का भी ऑडिट कराया जाएगा, क्योंकि अगर पार्षद अपने पैसे से वार्ड में फोगिंग करवा रहे है तो नगर परिषद के अधिकारी फोगिंग के नाम पर तेल का खर्चा क्यों दिखा रहे है।