• October 12, 2018

लोकतंत्र के तीनों स्तंभ को संविधान में निर्धारित लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी चाहिए —विजय बहुगुणा

लोकतंत्र के तीनों  स्तंभ को संविधान में निर्धारित लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी चाहिए —विजय बहुगुणा

देहरादून ——— पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता विजय बहुगुणा ने कहा कि न्यायपालिका समेत लोकतंत्र के तीन स्तंभों को संविधान में निर्धारित लक्ष्मण रेखा नहीं लांघनी चाहिए।

हाई कोर्ट की ओर से विभिन्न याचिकाओं की सुनवाई में सरकार को लगातार दिए जा रहे आदेशों के संबंध में मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि लोकतंत्र तब ही मजबूत होगा, जब न्यायपालिका मजबूत होगी। संविधान ने न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका के लिए लक्ष्मण रेखा तय की है। इसका किसी को भी उल्लंघन नहीं करना चाहिए।

नीतिगत निर्णय लेना सरकार का दायित्व है। ऐसे निर्णयों से यदि संविधान या उसकी मूल भावना का उल्लंघन होता है तो न्यायपालिका का दखल स्वाभाविक है। मुंबई हाईकोर्ट के न्यायाधीश रह चुके पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा ने कहा कि यदि न्यायपालिका खुद नीतियां या कानून बनाएगी तो इससे दिक्कतें बढ़ेंगी। नैनीताल हाईकोर्ट के कुछ फैसलों के खिलाफ सरकार को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा।

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