• January 19, 2015

लोंगिया रोग नियंत्रण के त्वरित उपाय करें-संभागीय आयुक्त

लोंगिया रोग नियंत्रण के त्वरित उपाय करें-संभागीय आयुक्त

कोटा, 19 जनवरी/संभागीय आयुक्त ओंकार सिंह ने निर्देश दिए हैं कि धनिया फसल में लोंगिया रोग पर नियंत्राण के त्वरित उपाय सुनिश्चित किए जाएं। इसके लिए किसानों को आवश्यक जानकारियां  तथा अनुदानित दवाएं उपलब्ध कराई जाएं तथा रोग नियंत्राण के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। संभागीय आयुक्त ने ये निर्देश सोमवार को उद्यान विभाग के अधिकारियों की बैठक में दिए।

संभागीय आयुक्त ने संयुक्त निदेशक कृषि एवं संयुक्त निदेशक उद्यान को निर्देश दिए कि संभाग के जिन क्षेत्रों में धनिया फसल में लोंगिया रोग का प्रकोप सामने आ रहा है, वहां मौका निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति का आकलन किया जाए तथा सरकारी प्रावधानों के अनुसार किसानों को राहत दी जाए।

उन्होंने कहा कि कृषि एवं उद्यान विभाग तात्कालिक तौर पर किसानों को राहत देने के लिए उपाय करें। विभिन्न प्रचार माध्यमों से किसानों को बीजोपचार, रोगोपचार तथा रोकथाम के उपाय बताए जाएं तथा भविष्य में समस्या से न जूझना पड़े, इसके लिए उन्हें सघन प्रशिक्षण एवं अनुदानित दवा इत्यादि आवश्यक संसाधन समय से उपलब्ध कराएं। रोग न हो, इसके लिए सभी किसानों को समय रहते कीट प्रतिरोधी छिड़काव के लिए प्रेरित किया जाए।

उन्होंने निर्देश दिए कि  इस रोग के उन्मूलन के लिए विशेष प्रोजेक्ट बनाकर अनुसंधान किया जाए तथा स्थाई समाधान खोजा जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि लोंगिया रोग के प्रति प्रतिरोधक किस्मों का अविलम्ब नोटिफिकेशन करवाया जाये।  बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि एस के जैन, संयुक्त निदेशक उद्यान रामावतार शर्मा, परियोजना निदेशक सीएडी सतीश कुमार शर्मा एवं कृषि अनुसंधान से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।

  ऐसे करें रोकथाम

कृषि वैज्ञानिकों ने लोंगिया रोग की रोकथाम के लिए किसानों को सलाह दी है कि वे 2 ग्राम कार्बेन्डाजिम (50 डब्ल्यू पी)  या 2 मिली, हेक्जाकाॅनजोल या 2 मिली. प्रोपिकोनेजोल को प्रति लीटर पानी के साथ चिपकने वाले पदार्थ को मिलाकर फसल की बुआई के 45 दिवस के बाद प्रथम छिड़काव तने सहित सम्पूर्ण पौधे पर करायें। आवश्यकता होने पर यह छिड़काव 15-15 दिवस के अन्तराल पर दो बार दोहरायें। विभाग द्वारा इन रसायनों के लिए 50 प्रतिशत या अधिकतम 500 रुपये प्रति हैक्टेयर (जो भी कम हो) की दर से कृषकों को अनुदान देय है।

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