- March 13, 2018
लिंग जांच व भ्रूण हत्या की सूचना पर मिलेगा एक लाख का ईनाम : सोनल गोयल
झज्जर (जनसंपर्क विभाग)———— बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए झज्जर में जिला प्रशासन व सामाजिक संस्थाओं का उल्लेखनीय योगदान रहा है। सामूहिक प्रयासों से वर्ष 2017 के दौरान जिला में जन्म लेने वाले बच्चों में लिंगानुपात की दर 920 रही जोकि वर्तमान दशक में सबसे अधिक रहा है। इस रिकार्ड दर से आगे बढ़ते हुए वर्ष 2018 में यह लक्ष्य 950 रखा गया है। जिला प्रशासन की पूरी टीम व जिलावासियों को इस दिशा में पहले से अधिक काम करना होगा।
उपायुक्त सोनल गोयल ने मंगलवार को यह बात लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की जिला टास्क फोर्स की बैठक क संबोधित करते हुए कही। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे एक अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम उमंग-एक पहल के तहत हुए कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की।
उपायुक्त ने टास्क फोर्स की बैठक के दौरान जिला में उन तत्वों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज करने के निर्देश दिए जोकि लिंग जांच या भ्रूण हत्या जैसी गतिविधियों में संलिप्त है। पुलिस, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों ऐसे लोगों से जुड़े इनपुट आपस में शेयर करें।
उन्होंने कहा कि झज्जर जिला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टास्क फोर्स ने उल्लेखनीय कार्य किया है। अंतर जिला व अंतर्राज्यीय स्तर पर झज्जर की टीम ने रेड कर ऐसे तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कराई है। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदर्शन बीते वर्ष से बेहतर करना है तो इस तरह कार्रवाई में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि अवांछित तत्वों की सूचना देने वालों को एक लाख रुपए का नकद ईनाम देने का प्रावधान रखा गया है।
उमंग-एक पहल : स्कूलों में लगेंगे इंसीनरेटर
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाली किशोर बालिकाओं को नि:शुल्क सेनेटरी नेपकिन वितरण के लिए जिला प्रशासन के महत्वपूर्ण कार्यक्रम उमंग-एक पहल के तहत स्कूलों में इंसीनरेटर लगाए जाएंगे।
बालिकाओं के मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के तहत झज्जर जिला में महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से सेनेटरी नेपकिन तैयार किए जाते है। जिला प्रशासन की देखरेख में बालिकाओं तक इन नेपकिन का वितरण किया जाता है।
उपायुक्त सोनल गोयल ने कहा कि इस कार्यक्रम का राज्य स्तर की एक समिति की ओर से अध्ययन प्रस्तावित है ऐसे में वितरण व उनके निस्तारण पर विशेष फोकस किया जाना चाहिए।
सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलेगा जागृति कार्यक्रम
हरियाणा सरकार की ओर से झज्जर व रोहतक जिला में सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए पायलेट आधार पर जागृति अभियान चलाया जाएगा।
यूनिसेफ के सहयोग से चलने वाले इस अभियान को लेकर किए गए पूर्व अध्ययन पर मंगलवार को चर्चा हुई। उपायुक्त सोनल गोयल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जागृति कार्यक्रम की नोडल अधिकारी एवं रोहतक की सीएमजीजीए पलक रावल व यूनिसेफ से कंसल्टेंट वैभव ने पीपीटी के माध्यम से झज्जर जिला में कार्यक्रम को लेकर किए गए पूर्व अध्ययन की विस्तार से जानकारी दी। उपायुक्त ने अध्ययन में सामने आए तथ्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर एसडीएम रोहित यादव, एसडीएम बादली त्रिलोक चंद, सीटीएम अश्विनी कुमार, डीएसपी भारती डबास, डीडीपीओ विशाल कुमार, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी नीरज कुमार, सीएमजीजीए निषिता बनर्जी, सिविल सर्जन डा. रमेश धनखड़, डिप्टी सिविल सर्जन डा. राकेश कुमार, मेडिकल अधिकारी डा. सरिता गौरी, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनैना, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी लतिका, सीडीपीओ सुनीता सभ्रवाल आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।