- December 2, 2014
रोजगार सहायता शिविर / सूचनाएं उपलब्ध करायें / ‘स्मार्ट‘ बनने को प्रयासरत पुलिस
रोजगार सहायता शिविर 12 को
कोटा 2 दिसम्बर/ रोजगार विभाग के निर्देशन में एक दिवसीय रोजगार सहायता शिविर आगामी 12 दिसम्बर को नगर निगम कार्यालय के सामने स्थित दशहरा मैदान कोटा में आयोजित होगा। उप क्षेत्राीय रोजगार कार्यालय के सहायक निदेशक ने प्रवीण माथुर ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य विभिन्न प्रकार की तकनीकी/गैरतकनीकी/कुशल एवं अकुशल आशार्थियों को शिविर स्थल पर आमंत्रित कर साक्षात्कार/चयन प्रक्रिया पूर्ण करवाकर रोजगार से जोडना है।
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‘स्मार्ट‘ बनने को प्रयासरत पुलिस
कोटा 2 दिसम्बर/मानव, मानवता तथा मानवाधिकारों की रक्षा के साथ ही व्यक्ति के गरिमामय, सम्मानपूर्ण जीवनयापन का महत्वपूर्ण दायित्व आज पुलिस पर आ गया है, जिसे पुलिस पूर्ण निष्ठा, क्षमताएवं ईमानदारी से निर्वहन कर रही है। ये विचार मंगलवार को पुलिस उप अधीक्षक आलोक सिंघल ने राजकीय महाविद्यालय कोटा के लोक प्रशासन विभाग में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रायोजित ‘मानवाधिकार एवं पुलिस’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में व्यक्त किये। उन्होंने मानवाधिकारों के अभिप्राय, आवश्यकता, महत्ता, उद्देश्यों तथा ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य पर विस्तार से प्रकाश डाला।
पुलिस उप अधीक्षक ने मानवाधिकार आयोग, पुलिस क्या और क्यों ,पुलिस, आमजन, कानून व्यवस्था तथा मीडिया के अंतरसंबंधों पर भी रोचक प्रकरणों के साथ प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों के ज्ञान एवं एहसास के अभाव में पुलिस भी कभी-कभी मानवाधिकारों के हनन का माध्यम बन जाती है लेकिन सदैव वह मानवाधिकारों की रक्षक ही बनी रहती है। पुलिस अब धीरे-धीरे नवाचारों से शिक्षित, प्रशिक्षित हो रही है तथा ‘स्मार्ट पुलिस’ बनने को प्रयासरत है ताकि आमजन में मित्रावत, रक्षक एवं सहयोगी बन सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो0 टी.सी.लोया ने की तथा संचालन डॉ0 एम. सिंह ने किया । धन्यवाद देते हुए डॉ0 वी.के.सिंह ने ऐसे व्याख्यानों के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ0 आर.ओला, डॉ0 जागेराम, डा0 वंदना शर्मा, डॉ0 विनीता कौशिक, डॉ0 के.जी.महावर, डॉ0 मीनाक्षी यादव तथा डॉ0 अनिल पारीक ने भागीदारी निभाई।
बिजनेस रजिस्टर संबंधी सर्वे के लिए सूचनाएं उपलब्ध करायें
कोटा 2 दिसम्बर/सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले के सीमा क्षेत्रा में आर्थिक गतिविधियां संचालित करने वाले संस्थानों को सूचीबद्ध किया जाकर बिजनेस रजिस्टर तैयार किया जाएगा। जिला कलक्टर ने सभी आर्थिक क्रियाकलाप व्यवहारियों से अनुरोध किया है कि वे उक्त कार्य हेतु किए जा रहे सर्वे में उनके प्रतिष्ठान पर आ रहे प्रगणकों को चाही गई सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर ने बताया कि बिजनेस रजिस्टर तैयार करने के लिए किए जा रहे सर्वे में प्रतिष्ठान का नाम, मालिक का नाम, प्रतिष्ठान आरंभ करने का वर्ष, दूरभाष, मोबाइल नं, पेन व टेन नम्बर आदि सूचनाएं प्रगणकों द्वारा मांगी जाएंगी। ये सूचनाएं गुप्त रखी जाएंगी। अतः ये सूचनाएं पूर्व में ही तैयार करके रखी जाएं ताकि प्रगणक के आने पर आसानी से उपलब्ध कराई जा सकें।
समीक्षा बैठक लेंगे, रात्रि चौपाल में सुनेंगे जनसमस्याएं
कोटा, 2 दिसम्बर। जिला कलक्टर जोगा राम की अध्यक्षता में बुधवार 3 दिसम्बर को सुल्तानपुर तथा खातौली में उपखण्ड स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। जिला कलक्टर उपखण्ड एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में खातौली में रात्रि चौपाल लगाकर ग्रामीणजनों की समस्याओं से भी रू-ब-रू होंगे।
जिला कलक्टर बुधवार दोपहर 2 बजे पंचायत समिति सुल्तानपुर के सभागार में समीक्षा बैठक लेंगे तथा सायं 4 बजे उप तहसील खातौली में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की क्रियान्विति की समीक्षा करेंगे। खातौली में रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी जिसमें संबंधित उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, ग्रामसेवक तथा विद्युत, जलदाय, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सहकारिता, सांख्यिकी, शिक्षा विभाग आदि से संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक रूप से उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।
मानवाधिकार जागरूकता विषयक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश
कोटा 2 दिसम्बरा/मानवाधिकार जागरूकता सप्ताह 4 से 10 दिसम्बर तक मनाया जायेगा। सप्ताह के समापन पर 10 दिसम्बर को मानव अधिकार शपथ भी दिलाई जायेगी। जिला मजिस्ट्रेट जोगाराम ने मानव अधिकार जागरूकता सप्ताह के तहत विभिन्न आयोजन करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।
जिला कलक्टर ने जिले के उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों तथा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं प्रशथमिक को निर्देश दिये हैं कि उक्त सप्ताह में मानव अधिकारों पर चर्चा, निबंध, भाषण, लेखन प्रतियोगिताएं, विचार गोष्ठी, सेमीनार, प्रशिक्षण आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये तथ 10 दिसम्बर को मानव अधिकार शपथ दिलाई जाये।
(पीआरओ, कोटा)