- August 10, 2016
रोजगारोन्मुखी कौशल उन्नयन आवश्यक – कलेक्टर
अम्बिकापुर —–(छ०गढ)———- युवाओं का कौशल विकास केन्द्र एवं राज्य शासन की प्राथमिकता है। कौशल विकास हेतु शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं को वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर के रूप में पंजीकृत किया गया है। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने व्ही.टी.पी. को युवाओं के कौषल विकास के साथ ही उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देष दिये है।
उन्होंने निर्देषित किया है कि युवाओं को ऐसे व्यवसायों का प्रशिक्षण प्रदान करें, जिनसे किसी संस्थान में रोजगार प्राप्त हो अथवा स्वरोजगार के अवसर मिल सके। उन्होंने बताया है कि सभी युवाओं को उनके रूचि के अनुसार कौषल विकास का अवसर प्रदान किया जायेगा।
कलेक्टर ने व्ही.टी.पी. को निर्देशित किया है कि युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त करने के विकल्प के साथ ही अन्य स्थानों पर जाकर भी रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें। इस हेतु उनके अभिभावकों को भी समझाईष दी जाये कि घर में ही रहने पर रोजगार के सीमित अवसर प्राप्त होते हैं।
राजमिस्त्री का प्रशिक्षण
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों के निर्माण की आवश्यकता को दृष्टिगत रखकर कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेक्निक कॉलेज एवं औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान के अधिकारियों से ग्रामीणों को राजमिस्त्री का प्रषिक्षण देने के निर्देष दिये हैं। उन्होंने जिले के अम्बिकापुर, लखनपुर, उदयपुर, सीतापुर एवं मैनपाट जनपद पंचायतों के लोगों को शीघ्र प्रषिक्षित करने कहा है। कलेक्टर ने प्रत्येक ग्राम के कम से कम 10 लोगों को राजमिस्त्री का प्रषिक्षण उपलब्ध कराने निर्देषित किया है।
हैण्डपम्प मैकेनिक, ट्रेक्टर मैकेनिक एवं हैवी मशीन ऑपरेटर
कलेक्टर ने बताया है कि जिले में स्थापित हैण्डपम्प की संख्या के अनुपात में मैकेनिक की संख्या कम है, अतएव ग्रामीणों को हैण्डपम्प मैकेनिक का प्रषिक्षण प्रदान करने से स्थानीय स्तर पर ही हैण्डपम्प की मरम्मत की जा सकेगी। कृषि कार्यो में ट्रेक्टर के बढ़ते उपयोग को दृष्टिगत रखकर कलेक्टर ने युवाओं को ट्रेक्टर मैकेनिक का प्रषिक्षण भी प्रदान करने के निर्देष दिये है। उन्होंने भारी वाहन चालक एवं हैवी मषीन ऑपरेटर के प्रषिक्षण को भी आवष्यक बताया।
कृषि सह रोजगार के प्रशिक्षण
श्री भीम सिंह ने कहा कि सरगुजा जिले में कृषि के साथ किये जाने वाले अन्य व्यवसायों लिए बेहतर संभावनाएं है। उन्होंने कृषि, पषुपालन, मत्स्य पालन एवं उद्यान विभाग से लोगों को कृषि के साथ अपनाए जाने वाले रोजगार संबंधी कौषल उन्नयन का प्रषिक्षण प्रदान करने के निर्देष दिये है। उन्होंने बताया कि किसानों को दुग्ध उत्पादन, मुर्गी एवं बतख पालन, मछली पालन एवं मषरूम उत्पादन का प्रषिक्षण प्रदान कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने में सार्थक भूमिका का निर्वहन करना होगा। इसके लिए प्रषिक्षण देने के साथ ही मूलभूत संरचनाओं की उपलब्धता के लिए भी लोगों को परामर्ष देना होगा।
कलेक्टर ने बांकी एवं घुनघुट्टा बांध में मछली पालन कर रहे लोगों को प्रषिक्षित कर अधिक मात्रा में मछली उत्पादन करने हेतु मछुवारों को आवष्यक संसाधन उपलब्ध कराने कहा है। उन्होंने मत्स्य विभाग के उप संचालक श्री एस.के. अहिरवार से कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के विषेषज्ञों से लोगों को प्रषिक्षित कर जिले में मत्स्य उत्पादन बढ़ाने के लिए कारगर कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने जिले में मछली पालन करने योग्य तालाबों का सर्वे कराने के निर्देष दिये है।
बैठक में जिला पंचायत सरगुजा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर. एक्का, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. सी.आर. गुप्ता, इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.एन. खरे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. पाण्डेय, उप संचालक डॉ. तनवीर अहमद, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता श्री टी. एक्का, श्रम अधिकारी श्री अनिल कुजूर, कौषल विकास के सहायक संचालक श्री अनिल श्रीवास्तव, उद्यान विभाग की डॉ. ज्योत्सना मिश्रा सहित अन्य अधिकारी तथा विभिन्न कौषलों में प्रषिक्षण प्रदान करने वाले वोकेषनल टेªनिंग प्रोवाइडर्स उपस्थित थे।