- December 14, 2014
रूसी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात : इस्पात और खान मंत्री श्री एन एस तोमर
श्री डेरीपास्का ने अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित करके भारतीय एल्युमीनियम उद्योग के साथ जुड़ने के प्रति अपनी सैद्धांतिक सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनिशिया, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका जैसे देश, जो बॉक्साइट संसाधनों से समृद्ध हैं, वे विश्व भर में भविष्य के समीकरणों को एक दिशा दे सकते हैं।
एल्युमीनियम भविष्य में काम आने वाला धातु है और हम भारतीय उद्योग को कच्चा बॉक्साइट और एल्युमीना के निर्यात से मुक्त करना चाहते हैं। हम बिजली उत्पादन के साथ-साथ निर्माण सामग्रियों और पैकेजिंग जैसी सुविधाओं के सृजन में अपना स्थान देखते हैं।
श्री तोमर ने समूह द्वारा दिखाई गई रूचि का स्वागत किया और वैश्विक निवेश तथा ज्ञान के क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने की प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने की दिशा में भारत सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से उन्हें अवगत कराया।
श्री ओलिग डेरीपास्का ने बताया कि वह इस आशय की परियोजना के साथ वापस जाएंगे और भारतीय अर्थव्यवस्था के वैधानिक और संचालनात्मक कार्यक्रम का अध्ययन करेंगे। खान मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री अरूण कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।