• November 8, 2014

रील को ” गवर्नेन्स नाओ पी.एस.यू. 2014″ का पुरस्कार

रील को ” गवर्नेन्स नाओ पी.एस.यू. 2014″ का पुरस्कार

जयपुर – केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र द्वारा राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड, (रील) के प्रबन्ध निदेश क श्री ए. के. जैन को स्कोप कन्वेन्शन सेन्टर, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में एसेट्स युटिलाइजेशन के लिए मिनी रत्न श्रेणी में ”गवर्नेन्स नाओ पी.एस.यू. 2014″ का पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री, श्री राम विलास पासवान, महानिदेशक डॉ विनय सहस्त्रबुद्घे, श्री रामभाऊ मालगी उपस्थित थे।

रील जो कि भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय भारत सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की “मिनी रत्न” कम्पनी है, गत तीन दशकों से अधिक अपने पेशेवर प्रबंधन और लाभदायक संचालन के एक ट्रैक रिकॉर्ड के साथ देश के गाँवो में इलेक्ट्रॉनिकी, सूचना प्रौद्योगिकी एवं अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत हैं।

इस अवसर पर श्री जैन ने बताया कि रील अपने कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों, समूह भावना एवं पारदर्शिता पूर्ण कार्यशैली के कारण निरन्तर प्रगति एवं सफलता के पथ पर अग्रसर है।

कम्पनी अपने संसाधनों द्वारा लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु समय समय पर उनका रख रखाव सुनिश्चित करती है। इन संसाधनों को उचित तरीके से उपयोग में लाने हेतु अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिलवाना भी सुनिश्चित करती है।

श्री जैन ने बताया कि कम्पनी अपने कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं श्रम-कल्याण नीतियों के क्रियान्वन के प्रति कटिबद्घ है। कम्पनी के विकास एवं सफलता के लिए, कम्पनी अपने कर्मचारियों को सदैव महत्व देती हैं। अच्छे औद्योगिक सम्बन्ध व सकारात्मक सोच के कारण ही कम्पनी उत्तरोत्तर उन्नति की ओर अग्रसर है। कम्पनी द्वारा अपनायी जा रही स्किल डवलपमेन्ट, मल्टीटास्किंग तथा प्रोत्साहन की नीतियों से कर्मचारी अपनी ईमानदारी और जवावदेही के साथ काम करने के लिए सदैव तत्पर रहते है।

श्री ए.के.जैन, रील के प्रबन्ध निदेशक ने पुरस्कार के लिए चुने जाने पर आयोजकों एवं जूरी का धन्यवाद  ज्ञापित किया । श्री जैन ने कम्पनी को समर्थन एवं मार्गर्र्दशन के लिए, भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार का आभार व्यक्त किया । श्री जैन इन पुरस्कारों के लिए ग्राहकों एवं रील के कर्मचारियों को भी बधाई दी।

Related post

हमारे भारत में, लाखों लोग यहां रह रहे हैं, जिन्हें रहने का कोई अधिकार नहीं है

हमारे भारत में, लाखों लोग यहां रह रहे हैं, जिन्हें रहने का कोई अधिकार नहीं है

पीआईबी : (नई दिल्ली)  उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़  ने अवैध प्रवास पर गंभीर चिंता व्यक्त…
भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

पीआईबी दिल्ली : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने 21 और 22 फरवरी 2025 को…
रक्षा मंत्रालय  के साथ ₹697.35 करोड़ के अनुबंध पर हस्ताक्षर

रक्षा मंत्रालय  के साथ ₹697.35 करोड़ के अनुबंध पर हस्ताक्षर

पीआईबी( दिल्ली) — रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के लिए 697.35…

Leave a Reply