- January 13, 2016
राष्ट्रीय सहकार व्यापार मेला सम्पन्न :: भू-राजस्व वसूली स्थगित
जयपुर—————————– सहकारिता राज्य मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने कहा है कि सहकार व्यापार मेला देश की सहकारी संस्थाओं का महासंगम होने के साथ ही आज राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है। उन्होंने बताया कि इसकी लोकप्रियता का इसी से अंदाज लगाया जा सकता है कि एक करोड़ रुपए से अधिक के सहकारी उत्पादों की बिक्री के साथ रामबाग सर्किल पर सात दिनों से चल रहा राष्ट्रीय सहकार व्यापार मेला कारोबार की नई उंचाइयों के साथ संपन्न हो गया हैं। उन्होंने बताया कि देश की 14 प्रदेशों की सहकारी संस्थाओं ने सहकार मेले में हिस्सा लेकर अपने उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री की है।
श्री किलक ने कहा कि आने वाले समय में संभाग स्तर पर सहकार मेले आयोजन करने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा।
रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन ने कहा कि सहकार मेला जयपुरवासियों के लिए तीज-त्यौहार की तरह पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि सहकार मेले का उद्देश्य लाभ कमाना ना होकर सहकारी समितियों में बाजार समझ पैदा करने और जयपुरवासियों को सहकारी उत्पाद उपलब्ध कराना है।
सहकारिता राज्य मंत्री श्री किलक व रजिस्ट्रार डॉ. वेंकटेश्वरन ने मेले में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाली संस्थाओं को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कारोबार व प्रदर्शन की दृष्टि से सात श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया है। इनमें शीर्ष संस्थाओं में उपभोक्ता संघ प्रथम, तिलम संघ द्वितीय व ट्राईफैड तीसरे स्थान पर रहा।
इसी तरह से जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में कोटा, उदयपुर व जोधपुर उपभोक्ता भण्डार क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। विपणन व नवाचार समितियों में भैरुंनाथ घाणी उद्योग प्रथम, आबू एग्रो प्रोडक्ट को-ऑपरेटिव सोसायटी, माउन्ट आबू, द्वितीय व भीनमाल क्रय-विक्रय सहकारी समिति तृतीय स्थान पर, महिला सहकारी समितियों में खातीपुरा, दिव्या व निधि महिला सहकारी समिति पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही।
अन्य प्रदेशों की सहकारी संस्थाओं में झास्को लेम्पस झारखंड प्रथम व कामुथी कृषि उत्पादक सहकारी समिति तमिलनाडू दूसरे एवं हेफैड तीसरे स्थान पर रही है। मार्कफैड व स्पाइस बोर्ड को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। डिस्प्ले के आधार पर उपभोक्ता संघ को प्रथम, उदयपुर भण्डार द्वितीय व अपेक्स बैंक और इफको को संयुक्त रुप से पुरस्कृत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भरतपुर, बीकानेर, जोधपुुर, जयपुर व उदयपुर संभाग सम्मानित किए गए।
उपभोक्ता संघ के प्रबंध संचालक श्री इन्दर सिंह ने मेले की गतिविधियों की जानकारी दी। अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्री सुरेन्द्र सिंह ने आभार व्यक्त किया।
भू-राजस्व वसूली स्थगित ******************** राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर अकाल ग्रस्त घोषित 19 जिलों के 14 हजार 487 गांवों में 15 जुलाई, 2016 तक भू-राजस्व वसूली स्थगित कर दी है।
आदेश के अनुसार अजमेर के 541, बांसवाड़ा के एक हजार 514, बारां के एक हजार 70, बाडमेर के दो हजार 206, भीलवाड़ा के एक हजार 126, चित्तौडगढ़ के 94, चूरू के 249, डूंगरपुर के 988, हनुमानगढ़ के 100 जयपुर के 603, जैसलमेर के, 114 जालोर के, 407, झुन्झुनूं के 130, जोधपुर के 527, नागौर के 139, पाली के 291, राजसमंद के एक हजार 63, उदयपुर के 2 हजार 498 तथा प्रतापगढ़ के 827 अभावग्रस्त घोषित गांवों में भू-राजस्व वसूली स्थगित की है।
यह आदेश ऐसी भूमियों के भू-राजस्व वसूलने में प्रभावी नहीं होंगे, जो भू-अभिलेख में तो बारानी तालाबी अथवा सैलाबी अंकित है किन्तु उन भूमियों पर कुओं या अन्य स्त्रोंतो से सिंचाई होती है।
उल्लेखनीय है कि गत 19 दिसम्बर 2015 को जारी आदेश के तहत राज्य के 19 जिलों के 14 हजार 487 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया था।