राष्ट्रीय सम्मेलन “न्यूट्रिकॉन-2018” -कुपोषण से उपजी बीमारियों का स्त्रोत

राष्ट्रीय सम्मेलन “न्यूट्रिकॉन-2018” -कुपोषण से उपजी बीमारियों का स्त्रोत

भोपाल :(सुनीता दुबे)———- स्वास्थ्य के लिये पोषण आहार का सर्वाधिक महत्व है। कम पोषण आहार जहाँ कुपोषण से उपजी बीमारियों का स्त्रोत है, वहीं अति-पोषण आहार भी कैंसर, डायबिटीज,मोटापा, ह्दयरोग आदि को जन्म देता है।

उचित पोषण आहार पर मंथन करने के लिये भोपाल में 19 और 20 जनवरी 2018 को राष्ट्रीय सम्मेलन न्यूट्रिकॉन-2018 का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश के ख्यातिलब्ध विषय विशेषज्ञ 16 वैज्ञानिक सत्रों में भाग लेंगे।

प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती शिखा दुबे ने बताया है कि ‘मैनेजमेंट ऑफ न्यूट्रिशनल डिसऑर्डर्स-चैलेंजेस एंड स्कोप’ विषय पर केन्द्रित सम्मेलन के मुख्य विषय में बच्चों और किशारियों में पाये जाने वाले पोषण विकार और उनका प्रबंधन, गर्भवती महिलाओं में पोषण संबंधी मुद्दे, अति-पोषण से होने वाली बीमारियाँ, पोषण औषधियों का संभावित क्षेत्र, अल्प और अति-पोषण जनित जटिलताएँ और बढ़ती वृद्धावस्था में पोषण आहार और स्वास्थ्य शामिल हैं। दो दिवसीय आयोजन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के देश के 53 विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के लिये 348 शोध पत्र मिले हैं।

सत्रों में 135 शोध पत्र पढ़े जायेंगे और 38 मुख्य व्याख्यान के साथ 220 पोस्टर प्रजेटेंशन होंगे।

सम्मेलन के दौरान आर्युवेद आधारित पोषण आहार मेला ‘न्यूट्रीफेस्ट’ भी आयोजित किया जा रहा है। मेले में लोगों को पथ्य-अपथ्य की जानकारी वहाँ मौजूद खाद्य पदार्थों के माध्यम से दी जायेगी।

स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह करेंगे शुभारंभ

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह 19 जनवरी को आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासनिक एवं प्रबंधन अकादमी में सुबह 11 बजे राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। सम्मेलन न्यूट्रिकॉन-2018 का आयोजन आयुष विभाग, राष्ट्रीय आयुष मिशन और पंडित खुशीलाल शर्मा शासकीय आर्युवेद संस्थान भोपाल द्वारा किया जा रहा है।

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