• December 18, 2017

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य–कार्यक्रम की समीक्षा

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य–कार्यक्रम की समीक्षा

जयपुर————— प्रदेश में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत वित्तीय वर्ष 2017-18 में अब तक आंगनबाड़ी, मदरसों एवं राजकीय विद्यालयों में 40 लाख 14 हजार 347 हैल्थ स्क्रीनिंग कर 2 लाख 13 हजार 608 विभिन्न बीमारियों से ग्रसित बच्चों को रैफर किया गया।

रैफर हुये इन बच्चों में से एक लाख 18 हजार 228 बच्चों का राजकीय एवं आरबीएसके में सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में निःशुल्क उपचार करवाया गया है। इस कार्यक्रम के शुरूआती वर्ष 2014 से अब तक एक हजार 52 बच्चों कि हार्ट सर्जरी व 3 हजार 196 बच्चों की अन्य आवश्यक सर्जरी निःशुल्क करवायी जा चुकी है।

स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने आरबीएसके में वर्ष 2017-18 में अर्जित उपलब्धियों एवं गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि इस वर्ष सर्जरी हेतु रेफर किये गये बच्चों को यथाशीघ्र उपचारित करवाने के लिए संबंधित चिकित्सालयों से समन्वय स्थापित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं।

उन्होंने सभी जिलों में ब्लाक स्तर तक तैयार माईक्रोप्लान के अनुसार ही मोबाईल हैल्थ टीमों द्वारा यथासमय बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही हैल्थ टीमों के ब्लाक स्तरीय माईक्रोप्लान तैयार कर शीघ्र जयपुर मुख्यालय भेजने के भी निर्देश दिये।

उन्होंने बताया कि जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों में बर्थ डिफेक्ट, डेफिशियेन्सीज, डिजीजेज, डवलपमेंट डिलेज व डिसएबिलिटी समस्याओं के अलावा बच्चों में मानसिक विकारों की समय पर पहचान कर निःशुल्क उपचार करवाने में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम वरदान साबित हुआ है और जटिल रोगों से ग्रसित हजारों बच्चों को आरबीएसके के माध्यम से नवजीवन मिल रहा है।

मोबाईल डेंटल वैन की समीक्षा

श्री जैन ने आरबीएसके के तहत प्रदेश में संभाग स्तर पर संचालित मोबाईल डेंटल वैन द्वारा पिछले दो माह में संबंधित जिलों में दी गयी सेवाओं व उपलब्धियों की जिलावार समीक्षा की। उन्होंने माईक्रोप्लान के अतिरिक्त अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी दांतों की बीमारी से ग्रसित बच्चों को निःशुल्क जांच व उपचार सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मिशन निदेशक ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा सघन मानिटरिंग एवं आगामी चार माह का माईक्रोप्लान बनाकर मुख्यालय भेजने के निर्देश दिये।

उन्होंने बताया कि इन वाहनों पर तैनात चिकित्सकीय स्टाफ के लिये राज्य स्तर पर इस माह के अंतिम सप्ताह में विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा। उन्होंने विशेषकर मोबाईल वैन की मानिटरिंग में आटोक्लेव, डिस्टिल वाटर, वाटर कैन, यूबी चैम्बर में औजार व लाईटिंग, स्केलिंग टिप्स एवं संक्रमण नियंत्रण इत्यादि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।

बैठक में संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीएसबीवाई श्रीमती भारती दीक्षित, परियोजना निदेशक आरबीएसके डॉ.सुवालाल, डॉ.एस.डी.शर्मा, डॉ.राजीव एवं सभी जिलों के सहायक नोडल अधिकारी आरबीएसके व संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

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