- January 7, 2015
रामनिवास बाग का विकास एवं सौंदर्यीकरण
जयपुर- जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा रामनिवास बाग के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए बनाए गए मास्टर प्लान के अनुरूप कार्य करवाए जाएंगे। इसके लिए प्राथमिकताएं तय करते हुए चरणबद्घ तरीके से इस ऐतिहासिक बाग का विकास सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुलाबी नगर के सांस्कृतिक वैभव तथा इतिहास की पहचान बनें स्मारकों, के स्कल्पचर्स स्थापित करने की योजना भी बनाई जा रही है।
जेडीए आयुक्त श्री शिखर अग्रवाल ने मंगलवार को वन संरक्षक श्री अक्षय सिंह, उप वन संरक्षक (वन एवं वन्यजीव) श्री शारदा प्रताप सिंह, उपायुक्त (यातायात) श्री हैदर अली जैदी, जेडीए सचिव श्री पवन अरोड़ा सहित अधिकारियों के साथ करीब दो घंटे रामनिवास बाग का भ्रमण कर इस ऐतिहासिक बाग का विकास एवं सौंदर्यीकरण मास्टर प्लान के अनुरूप करवाए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने भ्रमण के दौरान बाग में स्वच्छता एवं साफ-सफाई की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ ही वहॉ पंडित जवाहर लाल नेहरू की मूर्ति स्थल के आसपास विकास कार्य तथा इसके निकट फव्वारे को शुरू करने की हिदायत दी। उन्होंने करीब 40 वर्ष पुराने फर्न हाऊस का जीर्णोद्घार करने के साथ ही यहॉ अलग-अलग प्रजातियों के पेड़-पौधें लगाने की आवश्यकता जताई।
जेडीए आयुक्त ने उद्यान परिसर में खम्भों पर नई लाईटें लगवाने, जहां कहीं बिजली के तार भूमि पर दिखाई दिए उन्हें भूमिगत करने के निर्देश दिए। उद्यान में आने वाले लोगों के बैठने की सुविधा के लिए बैंचों को व्यवस्थित तरीके से लगाने तथा ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल के सामने नाले को कवर करते हुए वहॉ सड़क बनाने जैसे निर्देश भी अधिकारियों को दिए। जेडीसी ने मस्जिद के सामने रवीन्द्र मंच की ओर जाने वाली सड़क के फुटपाथ से सटे ग्रीन बेल्ट के लिए खाली पड़े स्थान को सड़क के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए ताकि रवीन्द्र मंच की ओर आने-जाने वाले वाहनों को सड़क चौड़ी होने से और अधिक सुविधा मिल सकें।
जेडीसी ने उद्यान परिसर में ही स्थापित मंदिर प्रबंधन द्वारा पास ही में पड़ी खाली भूमि पर अतिक्रमण कर चारदीवारी बनाने को गंभीरता से लेते हुए, उसे अविलम्ब ध्वस्त करवाने करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्यान परिसर में जंतुआलय का भ्रमण कर वहॉ से कुछ बड़े जानवरों को नाहरगढ़ बाईलॉजिकल पार्क में स्थानांतरित करने के कार्य में तेजी लाने का आग्रह वन विभाग से किया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जू से कुछ बड़े जानवरों को मार्च-2015 तक स्थानांतरित करने की योजना थी, जिसे समय पर पूरा करने के साथ ही उस स्थान का भविष्य में क्या वैकल्पिक उपयोग किया जाएगा, इसकी योजना बनाकर जेडीए को दी जाए। उन्होंने उद्यान में यातायात भार का भी निरीक्षण करते हुए कहा कि इस संदर्भ में यातायात पुलिस के साथ विस्तृत चर्चा की जाएगी तथा उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा।
जेडीसी ने अधिकारियों के साथ जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का भ्रमण भी किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के निर्देशानुसार हवाई अड्डे के भीतर और बाहरी क्षेत्र में जयपुर के इतिहास तथा कला एवं संस्कृति को परिलक्ष्यित करते हुए स्कल्पचर्स (मूर्तियॉ) की योजना तैयार की जा रही है, इसके लिए वास्तुविज्ञों से प्रतिस्पद्र्घा के आधार पर मूर्तियॉ आदि भी तैयार करवाई जाने का प्रस्ताव है। योजना तैयार कर उसका अनुमोदन राज्य सरकार के स्तर पर करवाया जाएगा। उन्होंने हवाई अड्डे के निदेशक से भी इस संदर्भ में विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर निदेशक अभियंात्रिकी (द्वितीय) श्री ललित शर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री वी.एस.सुण्ड़ा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।