- December 23, 2020
राज्य में पर्यटन– ‘‘ईज ऑफ ट्रेवल’’— -मुख्य सचिव
जयपुर—– मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि राजस्थान में पर्यटन के क्षेत्र में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। प्रदेश में कोविड़-19 के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार आशावादी, उन्मुक्त एवं सकारात्मक है और इसी सोच के साथ राज्य कि नई पर्यटन नीति भी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन को फिर से ऊँचाइयों पर पहुंचाने के लिए हमेें प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए ’ईज ऑफ ट्रेवल’’ की धारणा को अपनाना है।
मुख्य सचिव बुधवार को फिक्की (FICCI) के राजस्थान चैप्टर की वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित हुई वर्चुअल कॉन्फ्रेंस ’’राजस्थान कॉलिग- पर्यटन के विकास के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप संबोधित कर रहे थे।
श्री आर्य ने इस अवसर पर कहा कि हम राजस्थान के बारे में सोचते है तो हमें किले, मन्दिर, रेत के धोरे, ऊँट, यहॉ की रंग बिरंगी वेशभूषा, त्यौहार, खाना आदि जहन में आते है, परंतु हरियाली से भरी दक्षिण राजस्थान के पहाड़ एवं वादियाँ तथा कोटा में स्थित 7 अजूबे आदि के बारे में अभी भी पर्यटक अनभिज्ञ है। राजस्थान राज्य में हरियाली, रेगिस्तान, पानी, पहाड़ एक ही जगह है ये पर्यटकों को दिखाना है, जिसमें तकनीक का आज के कोरोना काल में बड़ा योगदान होगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पर्यटन उद्योग पूरे विश्व में प्रभावित हुआ है। अब समय है कि ’’डिजिटल वर्ल्ड’’ का सहारा लेते हुए फिर से पर्यटन का आनंद देशी एवं विदेशी पर्यटकों को दें। हमें ऎसी व्यवस्था लागू करनी है जिससे यात्रा करने के प्रति आमजन का कौतुहल और खुशी बनी रहे। साथ ही यात्रा के लिए की जाने वाली योजना, टिकिट, होटल आदि की बुकिंग, खरीददारी और वापस अपने घर पहुंचने तक यात्री उत्साहित रहें, इसलिए हमें पर्यटक की यात्रा को सुरक्षि%A