• March 13, 2019

राजस्थान अभिलेख सप्ताह—- ‘‘अकाल की ऎतिहासिकता‘‘

राजस्थान अभिलेख सप्ताह—- ‘‘अकाल की ऎतिहासिकता‘‘

जयपुर—–शासन सचिवालय परिसर स्थित राज्य अभिलेखागार कार्यालय में चल रही 5 दिवसीय (11 से 15 मार्च) प्रदर्शनी में ‘‘राजस्थान में अकाल की ऎतिहासिकता‘‘ से सम्बन्धित अति प्राचीन, दुर्लभ और प्रमाणिक रिकार्डों की छाया प्रतियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

राजस्थान अभिलेख सप्ताह के अन्तर्गत चल रही प्रदर्शनी में सन् 1851 से 1939 के मध्य पडे़ अकाल के समय की अवधि के दौरान राज्य में स्टेट द्वारा करवाये गए कुशल प्रबन्धन के दुर्लभ दस्तावेजों की छाया प्रतियां प्रदर्शित की जा रही हैं।

राज्य अभिलेखागार के उपनिदेशक श्री चन्द्रसेन सिंह शेखावत ने बताया कि अभिलेखागार कार्यालय मेें अकाल, महकमा खास, जयपुर स्टेट के समय के महत्वपूर्ण प्रशासनिक दस्तावेज एवं राज्य के जागीर रिकार्ड उपलब्ध हैं।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही टोंक स्टेट के मुंशीखाने का रिकार्ड, वर्तमान सचिवालय का स्थायी रिकार्ड भी यहां उपलब्ध है। यह प्राचीन दस्तावेज शोधार्थियों के साथ-साथ आम जनता के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं।

प्रदर्शनी विश्वविद्यालय के शोधार्थियों, प्राध्यापकों तथा आमजन के लिए 15 मार्च तक प्रातः 10 बजे से सांय 5 बजे तक अवलोकनार्थ खुली रहेगी।

Related post

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

एड. संजय पांडे — शिवगिरी मठ सभी दलों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता है। वार्षिक…
हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…

Leave a Reply