- October 5, 2015
राजफैड दस प्रतिशत लाभांश की घोषणा – प्रशासक, राजफैड
जयपुर – सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव और राजफैड के प्रशासक श्री दीपक उप्रेती ने बताया है कि समर्थन मूल्य पर विकेन्द्रीकृत खरीद व्यवस्था का विस्तार किया जाएगा। राजफैड की 58 वीं वार्षिक साधारण सभा को संबोधित करते हुए राज्य सरकार सहित सदस्य संस्थाओं को दस प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-15 में राजफैड के लाभ में लगभग दो गुणी बढ़ोतरी हुई है और 6 करोड़ 61 लाख रुपए का शुद्घ लाभ रहा है।
श्री उप्रेती ने बताया कि वर्ष 2016-17 में 403 करोड़ 30 लाख रुपए की 98 हजार 500 टन कृषि जिंसों की खरीद की कार्य योजना तैयार की गई है। वर्ष 2014-15 में राजफैड का स्वयं व समर्थन मूल्य को मिलाकर वार्षिक कारोबार बढ़कर 1127 करोड़ 74 लाख रुपए से अधिक का हो गया है।
सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार डॉ. आर. वेंकटेश्वरन ने बताया कि समन्वित प्रयासों से राज्य में समय पर खाद-बीज की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकी है। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाएं अपने संघीय ढंाचे के अनुसार ही गतिविधियों का संचालन करेगी।
राजफैड के प्रबंध संचालक लक्ष्मी नारायण मीणा ने बताया कि समय पर उर्वरकों की उपलब्धता बनाए रखने के लिए एक लाख 20 हजार टन डीएपी, 1 लाख 94 हजार टन यूरिया का अग्रिम भण्डारण किया गया है।उन्होंने बताया कि विकेन्द्रीकृत खरीद व्यवस्था में वर्ष 2013-14 में 55 हजार टन गेहूं खरीद की तुलना में वर्ष 2014-15 में 124 करोड़ 30 लाख रु. के 88 हजार टन गेहूं की खरीद की गई है।
स्पिनफैड द्वारा अब तक 17 करोड़ के सूत का निर्यात
सहकारी प्रतिष्ठान स्पिनफैड के सीएमडी श्री राजीव स्वरुप ने बताया है कि स्पिनफैड सूत के उत्पादन और विपणन की आक्रामक व्यवस्था बनाई जाएगी, जिससे मांग के अनुसार सूत का उत्पादन और विपणन सुनिश्चित हो सके। स्पिनफैड द्वारा अब तक 17 करोड़ 30 लाख रुपए के सूत का विदेशों मेंं निर्यात किया गया है।
श्री राजीेव स्वरुप ने स्पिनफैड की 19 वीे वार्षिक साधारण सभा को संबोधित करते हुए बताया कि नई व्यवस्था से स्पिनफैड द्वारा बाजार की मांग के अनुसार काउन्ट के सूत का उत्पादन कर उसके तत्काल बिक्री की व्यवस्था की जाएगी। इससे स्पिनफैड को एश्योर्ड मार्केट मिलने से सूत का स्टॉक जमा नहीं हो सकेगा। स्पिनफैड ने विद्युत लागत कम करने के लिए ओपन एक्सेस पॉवर ट्रेडिंग शुरु किया है और इससे एक करोड़ 59 लाख की उल्लेखनीय बचत हुई है। उन्होंने बताया कि स्पिनफैड की हानि को कम करने के लिए सभी संभावित उपाय किए जा रहे हैं।
स्पिनफैड के कार्यकारी सचिव श्री डी.के. भम्भानी ने बताया कि वर्ष 2014-15 के दौरान तीनों कताई मिलों में 130 करोड़ 95 लाख रु. के 77 लाख किग्रा से अधिक सूत का उत्पादन किया गया है। उन्होंने बताया कि स्पिनफैड के माध्यम से 2600 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार एवं हजारों किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है।
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