• June 27, 2017

राजकीय कन्या महाविद्यालय का उद्घाटन

राजकीय कन्या महाविद्यालय का उद्घाटन

जयपुर————–उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने बालिका शिक्षा के विस्तार एवं विकास को सामाजिक नवनिर्माण में निरूपित करते हुए बालिकाओं की शिक्षा-दीक्षा तथा उन्हें सुनहरा भविष्य प्रदान करने की दिशा में समर्पित भागीदारी की भावना पर जोर दिया है और कहा है कि प्रदेश की सरकार बालिकाओं के समग्र उन्नयन के लिए भरसक प्रयासों में जुटी हुई है।

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उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी,विद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.के. पूर्बिया

उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने राजसमन्द जिला मुख्यालय पर हाथीनाड़ा स्थित बालकृष्ण राउप्रावि भवन में नव स्वीकृत राजकीय बालिका महाविद्यालय के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए यह बात कही। उच्च शिक्षा मंत्री ने फीता काटकर महाविद्यालय का शुभारंभ किया और दीप प्रज्वलन से उद्घाटन समारोह की शुरूआत की।

राजसमन्द में बालिका महाविद्यालय की कमी पूर्ति — नवस्थापित राजकीय कन्या महाविद्यालय में हिन्दी, हिन्दी साहित्य, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, इतिहास व भूगोल विषयों में अध्ययन की सुविधा उपलब्ध होगी। राजस्थान में पहली बार राजसमन्द के इस कॉलेज में पुस्तकालय विज्ञान विषय भी संचालित होगा। इसमें 160 छात्राओं के अध्ययन की सुविधा है।

उच्च शिक्षा मंत्री ने राजसमन्दवासियों को राजकीय कन्या महाविद्यालय की बधाई दी और कहा कि इसके लिए सभी सुविधाओं से युक्त भवन उपयुक्त स्थान पर बनाया जाएगा और इसके सात करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि इस महाविद्यालय का नामकरण श्री द्वारिकाधीश राजकीय कन्या महाविद्यालय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बालिकाओं की संख्या अधिक होने की स्थिति में इस महाविद्यालय की क्षमता बढ़ाकर 300 कर दी जाएगी।

श्रीमती माहेश्वरी ने बालिकाओं के भविष्य को निखारने के लिए शिक्षा-दीक्षा के साथ-साथ हुनर विकास पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए कन्या महाविद्यालयों में कौशल विकास की दृष्टि से स्मार्ट कक्षाएं विकसित की जा रही हैं। राजसमन्द के कन्या महाविद्यालय में भी स्मार्ट कक्षा की स्थापना की जाएगी। राजस्थान में अब तक 48 बालिका महाविद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओें की स्थापना की गई है।

कार्यक्रम के आरंभ में विद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.के. पूर्बिया ने अतिथियों का स्वागत किया और महाविद्यालय की आवश्यकता एवं उद्देश्यों तथा भावी गतिविधियों का परिचय दिया। समारोह का संचालन श्रीमती शकुन्तला शर्मा ने किया जबकि आभार प्रदर्शन डॉ. लक्ष्मीलाल सालवी ने किया। इस अवसर पर पार्षदगण, अधिकारीगण, समाजसेवी, जन प्रतिनिधिगण, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधिगण और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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