- December 15, 2018
युवा अपनी शक्ति का सदुपयोग कर परिवार, समाज, राज्य एवं देश को आगे बढ़ायें:- मुख्यमंत्री
पटना——- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने भागलपुर के जय प्रकाश उद्यान (सैंडिश कंपाउंड) में भागलपुर रोजगार सह अप्रेंटिस मेला कार्यक्रम का परिभ्रमण किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने श्रम संसाधन विभाग को पिछले दस वर्षों से इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई दी। उन्होंने कहा कि अब प्रमंडल स्तर पर भी विशेष रुप से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होने लगा है। उन्होंने कहा कि भागलपुर में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से आयोजित इस मेले में शामिल होकर मुझे प्रसन्नता हो रही है।
उन्होंने कहा कि अनेक तरह की कंपनियों के यहां आने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। सभी लोगों को अपनी इच्छा के अनुरुप अपनी पसंद की कंपनी के चयन में सुविधा होगी और कंपनियां जरुरत के मुताबिक अपने लिए कुशल युवाओं का चयन करंेगी। इस मेले का आकर्षण यह है कि नई पीढ़ी को प्रत्यक्ष रुप से रोजगार के कई आयामों की जानकारी मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युग में कौशल विकास का काफी महत्व है। छात्र पढ़ाई करते हैं, ज्ञान प्राप्त करते हैं और आगे उसका उपयोग करते हैं। आज के युवा स्वयं के काम करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। सभी लोगों को सरकारी नौकरी दे पाना किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं हो पाता है। भारत में ही नहीं विदेशों में भी यही स्थिति है। अपने देश में युवाओं की काफी संख्या है और जब वे स्किल्ड हो जाते हैं तो उन्हें रोजगार का भी अच्छा अवसर मिलेगा।
भारत सरकार ने स्किल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया है और बिहार सरकार भी कौशल विकास मिशन के द्वारा इस काम को मिशन मोड में कर रही है। हमलोगों ने एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य रखा है, इसके लिए सरकार के जितने विभाग हैं सभी अपने-अपने क्षेत्रों में कौशल विकास की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। युवाओं में कौशल विकसित कर अनेक क्षेत्रों में रोजगार की संभावना पैदा करने के लिए श्रम संसाधन विभाग बेहतर काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय कार्यक्रम के अंतर्गत युवाओं के लिए कई काम किए गए हैं। प्रत्येक सब डिवीजन में ए0एन0एम0 संस्थान और प्रत्येक जिले में जी0एन0एम0 संस्थान, प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की भी पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है। राज्य में नए पांच मेडिकल कॉलेज खुलने से राज्य में सरकारी क्षेत्र में 18 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। राज्य की लड़कियां नर्सिंग प्रशिक्षित होकर राज्य के अलावा देश एवं विदेशों में भी रोजगार प्राप्त करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के युवाओं को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए बाहर जाना नहीं पड़े, इसके लिए प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जा रही है। प्रत्येक सब डिवीजन में आई0टी0आई0 और प्रत्येक जिले में महिला आई0टी0आई0 की स्थापना की जा रही है। राज्य के सभी प्रखंडों में कुशल युवा केंद्र खोले गए हैं जिसमें कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 240 घंटे में युवाओं को प्रशिक्षित कराया जा रहा है जिसके अंतर्गत कंप्यूटर का ज्ञान, संवाद कौशल एवं व्यवहार कौशल के बारे में जानकारी दी जाती है। एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए राज्य सरकार कॉलेज खोल रही है।
सबौर एग्रीकल्चर कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाया गया है। किशनगंज में भी एग्रिकल्चर कॉलेज बनाया गया है, जिसमें हॉर्टिकल्चर एवं फिशरीज की पढ़ाई होगी। हमारे यहां इंजीनियरिंग कॉलेज खुल जाने से दूसरे राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन में कमी आ रही है। पहले बड़ी संख्या में हमारे यहां के छात्र वहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिये जाया करते थे। उन्होंने कहा कि हमलोग समस्या को गहराई से समझने की कोशिश करते हैं और उसके निदान के लिए काम करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को उच्च शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए हमलोग काम कर रहे हैं। राज्य का जी0ई0आर0 (ग्रॉस एनरॉलमेंट रेसियो) 13.9 प्रतिशत था और देश का जी0ई0आर0 24 प्रतिशत है। हम चाहते हैं कि हमारे युवा इंटर के बाद आगे की पढ़ाई किसी भी क्षेत्र में करें। राज्य सरकार इसके लिए रहने, खाने, पुस्तक खरीदने के साथ-साथ फीस की रकम के लिए राज्य शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से चार लाख रूपये तक का स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड दे रही है।
4 प्रतिशत के साधारण ब्याज पर यह उपलब्ध होगा लेकिन लड़कियों, दिव्यांगों एवं ट्रांसजेंडरों को यह एक प्रतिशत की ब्याज दर पर ही उपलब्ध होगा। शिक्षा प्राप्त करने के कुछ महीने बाद यह ऋण लौटाना है लेकिन लौटाने की स्थिति में अक्षम होने पर राज्य सरकार उसे माफ भी कर सकती है। हम अभिभावकों से भी यह अपील करते हैं कि अपने बेटे बेटियों को उच्च शिक्षा की तरफ भेजें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार तलाश करने वाले युवाओं के लिए स्वयं सहायता भत्ता के अंतर्गत दो वर्ष तक एक हजार रुपए प्रति माह की दर से सहायता दी जा रही है ताकि वे अपना रोजगार हासिल कर सकें और आगे के जीवन यापन में उन्हें सुविधा हो। राज्य के जिन युवाओं में उद्यमिता है वह लोगों को रोजगार दे सकें, इसके लिए वेंचर कैपिटल फंड के द्वारा राज्य सरकार उन्हें मदद कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां रिक्रुट, ट्रेंड एंड डिप्लॉय के लिए कंपनियां काम कर रही हैं और अपनी कंपनी में रिक्रुट के पहले ट्रेनिंग भी कराती है। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग ने यह प्रस्ताव दिया है कि बिहार के बाहर जिन युवाओं को रोजगार मिल जाता है उन्हें ठहरने, खाने-पीने एवं अन्य सुविधाओं में सहयोग के लिए प्रवास केंद्र खोला जाएगा। पहले दिल्ली, मुंबई में इसकी शुरुआत की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा अपने लक्ष्य पर ध्यान दें। नई पीढ़ी के पास समझ की शक्ति है उसे सही दिशा में लगाएं। युवा शक्ति सही ज्ञान प्राप्त करें उसके बाद रोजगार प्राप्त कर अपने परिवार का भरण पोषण करें। युवा अपनी शक्ति का सदुपयोग करते हुए परिवार, समाज, राज्य एवं देश को आगे बढ़ाएं। इन युवा शक्तियों के बल पर राज्य एक बार फिर से गौरव के स्थान को प्राप्त करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भागलपुर ऐतिहासिक जगह है और यह ज्ञान की भूमि है। यहां पहले से ही मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज एवं अन्य संस्थान हैं। विक्रमशिला को फिर से स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हम जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर से संबंधित लछुआर पर्वत के क्षत्रिय कुंड गए थे। ऐसे स्थल को देखकर प्रतीत होता है कि यह एक पुरातात्विक स्थल के रुप में उभरेगा। मंदिर के नीचे की खुदाई से प्राप्त ईंट सेकेंड सेंचुरी बी0सी0 की है।
ठीक ढंग से खुदाई होने पर कई चीजें सामने आयेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रेम, शांति एवं सद्भाव का माहौल हो। उन्होंने कहा की भगवान बुद्ध एवं महावीर ने भी बिहार की इसी धरती से प्रेम, शांति एवं अहिंसा का संदेश दिया था। गांधी जी ने भी प्रेम, शांति, सद्भाव की बात की थी। हम गांधी जी के पाठ बच्चों को पढ़ा रहे हैं। गांधी जी के बताए गए सात पापों को भी हम प्रचारित कर रहे हैं। सिद्धांत के बिना राजनीति एवं काम के बिना धन की प्राप्ति गांधी जी के सात सामाजिक पापों में से इन दो सामाजिक पापों को मुख्यमंत्री ने लोगों को विस्तारपूर्वक समझाया।
मुख्यमंत्री ने कहा –कि हरेक धर्म के प्रति, हरेक वर्ग के प्रति एक दूसरे के मन में सम्मान का भाव रहे तो बिहार को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। हम राज्य के विकास के लिए काम करने में विश्वास रखते हैं। मुख्यमंत्री ने अंत में चयनित उम्मीदवारों को मिलने वाले रोजगार के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दीं।
मुख्यमंत्री का स्वागत अंगवस्त्र, प्रतीक चिन्ह एवं पौधा भेंटकर किया गया। मुख्यमंत्री ने मेले के परिभ्रमण के दौरान अप्रेंटिशिप मेला, स्किल्ड एक्जीविशन एरिया में युवाओं से से मुलाकात की एवं स्टॉलों का अवलोकन किया। कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित युवाओं को प्रमाण पत्र भी मुख्यमंत्री ने प्रदान किया।
श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिए गए अनुदान का भी वितरण मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को किया। रोजगार प्राप्त करने वाले कुछ युवाओं को जॉब ऑफर लेटर प्रदान किया गया। विमुक्त बालकों को मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष के अंतर्गत 25 हजार रुपए का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के अंतर्गत भागलपुर के 528 लाभुकों का चयन किया गया है, जिसमें 5 लाभुकों को मुख्यमंत्री द्वारा सवारी गाड़ी की चाबी प्रदान की गयी।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने जिला अतिथि गृह परिसर में वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम को जल संसाधन मंत्री सह भागलपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, श्रम संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक श्री अजय मंडल, विधायक श्री गोपाल मंडल, विधायक श्री सुबोध राय, विधान पार्षद श्री मनोज यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, प्रमंडलीय आयुक्त श्री राजेश कुमार, पुलिस महानिरीक्षक श्री सुशील खोपड़े, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री विकास वैभव, एन0एस0डी0सी0 (नेशनल स्किल्ड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के निदेशक श्री जयकांत, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जिलाधिकारी श्री प्रणव कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री आशीष भारती सहित अन्य अधिकारीगण, मेले में शामिल कंपनी के अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।