• January 16, 2016

‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’——— मील का पत्थर

‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’——— मील का पत्थर

जयपुर – वन, पर्यावरण एवं खान मंत्री तथा बीकानेर जिला प्रभारी मंत्री श्री राजकुमार रिणवा ने कहा कि 27 जनवरी से शुरू होने वाले मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से जुड़े समस्त अधिकारी समय रहते सभी तैयारियां पूर्ण कर लें। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की पहल पर प्रारम्भ होने वाला यह अभियान अत्यंत महत्त्वाकांक्षी है तथा जल संरक्षण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
श्री रिणवा शुक्रवार को बीकानेर के कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की तैयारियों से संबंधित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत जिले के 19 गांवों का चयन किया गया है। सभी ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान पूरी ऊर्जा के साथ शुरू हो। उन्होंने कहा कि बूंद-बूंद जल का समुचित उपयोग करना सबसे बड़ी चुनौती है। इसे ध्यान रखते हुए यह अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है। अभियान के तहत जिले के 19 गांवों में लगभग 56 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में जल संरक्षण के कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि अभियान से प्रत्येक वर्ग को जोड़ा जाए तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रेक्चर के 409 कार्य होंगे। इन पर लगभग 245 लाख रूपये व्यय होंगे। इसी प्रकार सार्वजनिक जल कुंड के 10 कार्यों पर बीस लाख, निजी जलकुंड के 170 कार्यों पर 248 लाख, पेयजल योजना के 8 कार्यों पर लगभग 65 लाख, शोभासर नहर के किनारे एक किलोमीटर क्षेत्र में सघन पौधारोपण एवं ‘वृक्षकुंज’ विकसित करने के कार्य पर 21.35 लाख, नालबड़ी की सार्वजनिक तलाई की मरम्मत के कार्य पर 15 लाख तथा कोलायत क्षेत्र में सार्वजनिक डिग्गी निर्माण के 31 कार्यों पर 46.50 लाख सहित 661.15 लाख रुपये के 631 कार्य होंगे।
बीकानेर जिला कलक्टर पूनम ने बताया कि चिन्ह्ति कार्यों में पंचायत राज से संबंधित 590, उद्यान विभाग के 31, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के 8 तथा वन विभाग से संबंधित दो कार्य सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि अभियान की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। ‘जल स्वावलम्बन रथ’ चिन्ह्ति ग्राम पंचायतों में आमजन में जागरूकता का कार्य कर रहा है। पंच, सरपंच तथा अन्य ग्रामीण जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा ग्रामीणों के साथ जागरूकता के अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) श्री हरि प्रसाद पिपरालिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री बी.एल. मेहरड़ा, सिंचित क्षेत्र विकास के अतिरिक्त आयुक्त श्री राकेश जायसवाल, वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री प्रेमसुख बिश्नोई, अतिरिक्त निदेशक (माशि) प्रियंका गोस्वामी, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक श्री गोपाल राम बिड़दा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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