- October 7, 2015
मिशन इन्द्रधुनष द्वितीय चरण : लापरवाही बर्दाश्त नहीं – स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि स्वास्थ्य प्रदेश निर्माण में बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मिशन इन्द्रधनुष के द्वितीय चरण के तहत प्रदेश में आगामी 7 अक्टूबर से आगामी 4 माह में प्रत्येक माह की 7 तारीख से लेकर 7 दिन का सघन टीकाकरण अभियान संचालित कर नियमित टीकाकरण से वंचित या पूर्णत: प्रतिरक्षित नहीं हुये बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण में लापरवाही बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति खिलवाड़ है। बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
श्री राठौड़ मंगलवार को अपराह्न शासन सचिवालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस केन्द्र में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों तथा जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्राचार्यों एवं समस्त चिकित्साधिकारियों को मौसमी बीमारियों के संबंध में विशेष सर्तकता बरतने एवं रोकथाम व उपचार की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष के द्वितीय चरण में 15 जिलों अजमेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौडगढ़, दौसा, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही एवं उदयपुर में यह अभियान संचालित किया जायेगा। इन जिलों में पूर्ण टीकाकरण से वंचित बच्चों की संख्या 1 लाख 56 हजार 978 आंकी गयी है, जबकि राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रथम चरण में ही इनमें से 60 हजार 285 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। अत: शेष 96 हजार 693 बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा। इनके साथ ही टीकाकरण की दृष्टि से पिछड़े 6 जिलों टोंक, करौली, बंूदी, बाड़मेर, जयपुर-प्रथम एवं सिरोही में भी सघन अभियान संचालित कर शेष रहे समस्त बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा।
श्री राठौड़ ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को मिशन इन्द्रधुनष के द्वितीय चरण के लिए आवश्यक तैयारियां कर शेष रहे समस्त बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी जिलों में इस अभियान में माइक्रोप्लानिंग कर टीकाकरण से वंचित रहे बच्चों को चिन्हित करने एवं उनके टीकाकरण की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस अभियान के लिए वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष के प्रथम चरण में अप्रेल से जुलाई माह के दौरान 1 लाख 4 हजार बच्चों का टीकाकरण एवं 79 हजार बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण किया गया। उन्होंने प्रथम चरण के तहत नागौर, अजमेर व जैसलमेर में टीकाकरण का अच्छा कार्य किया गया। उन्होंने शेष सभी जिलों से द्वितीय चरण में श्रेष्ठ कार्य कर शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिये।
मौसमी बीमारियों के प्रति सर्तकता बरतें
श्री राठौड़ ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को मौसमी बीमारियों मलेरिया, डेंगू आदि की रोकथाम व प्रभावी उपचार के लिए समस्त जिला अस्पतालों में अलग से आउटडोर व वार्ड की व्यवस्था करने के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में विस्तार से फोंगिग व एन्टीलार्वा गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला व ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक आयोजित कर प्रतिवेदन निदेशालय में भिजवाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने राजकीय चिकित्सा संस्थानों के परिसर में लगे होर्डिग्स के माध्यम से मौसमी बीमारियों मुख्यत: मलेरिया, डेंगू के लक्षण रोकथाम व उपचार के बारे में आवश्यक जानकारी देने एवं फोगिंग कार्य के बारे में आम-अवाम को पूर्व में जानकारी देने के भी निर्देश दिये।
आरसीएचओ सिरोही के निलम्बन के निर्देश
वीडियो कॉन्क्रेंस के दौरान सिरोही के जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के. शर्मा को टीकाकरण कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलम्बित करने के निर्देश दिये गये हैं। इस निलम्बनकाल में उन्हें मुख्यालय पर उपस्थिति देने के निर्देश दिये गये हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री मुकेश शर्मा, मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन, संयुक्त सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. एस.पी. सिंह, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा व निदेशक आरसीएच डॉ. वी.के.माथुर सहित संबंधित अधिकारीगण भी मौजूद थे।
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