- July 2, 2017
‘‘मिनिस्टर ऑन व्हील’’–स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण
जयपुर————-शिक्षा एवं पंचायतीरात राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने ‘‘मिनिस्टर ऑन व्हील’’ कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलाें का आकस्मिक निरीक्षण शुरू कर दिया है। उन्होंने आज राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बीर एवं बलवन्ता का औचक निरीक्षण किया।
स्कूलों में कई खामियां एवं लापरवाही पकड़ में आयी हैं। शिक्षा राज्यमंत्री ने सख्त रवैया अपनाते हुए खामियों को सुधारने एवं लापरवाह कर्मचारियों व शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए है।
शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी आज अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच अचानक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बीर एवं बलवंता का निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने दोनाें ही स्कूलों में सघन जांच एवं निरीक्षण के दौरान कई लापरवाही एवं खामियां पकड़ी हैं।
उन्होंने अधिकारियों,संबंधित शिक्षकों व कर्मचारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धा के इस युग में अव्वल रखने के लिए पूरी गम्भीरता से प्रसास कर रही है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री देवनानी आज प्रातः राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बीर पहुंचे। उन्होंने वहां नामांकन, शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर, सफाई, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, विद्यार्थियों की नई यूनिफॉर्म, प्रांगण में आइना, पेयजल, टंकी की सफाई आदि बिन्दुओं पर निरीक्षण किया। विद्यालय में एक लिपिक बिना सूचना के अनुपस्थित मिला। उसके खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
विद्यालय में मिड डे मील के तहत पकाए गए पोषाहार की गुणवत्ता भी सुधारने को कहा गया। स्कूल के स्टाफ ने अपने वाहन निर्धारित स्टैण्ड के बजाए बरामदे में खड़े कर रखे थे। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि हम खुद नियम नहीं मान रहे तो विद्यार्थियों को क्या सीख देंगे।
स्कूल में पेयजल टंकी में लम्बे समय से सफाई नहीं होने को गम्भीरता से लेते हुए शिक्षा राज्यमंत्री ने संबंधित कर्मचारियों को फटकार लगायी। यहां शौचालय पर ताला लगा होने से नाराज श्री देवनानी ने शाला प्रभारी को तुरन्त इसे खुलवाने के निर्देश दिए।
शिक्षा राज्यमंत्री इसके पश्चात राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बलवंता पहुंचे। यहां भी निरीक्षण में एक लिपिक बिना बताए गैर हाजिर मिला। उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। स्कूल में बालक एवं बालिका शौचालयों में पर्याप्त सफाई नहीं पायी गई। नामांकन की स्थिति भी अत्यंत कमजोर मिली। शाला स्टाफ इससे संबंधित संतोषजनक जवाब भी नहीं दे सका।
उन्होंने शाला में सार्वजनिक स्थान पर लगाया जाने वाला आइना ढुंढवाया तो वह प्राचार्य के कक्ष में पाया गया। इस पर शाला प्राचार्य पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि यह आइना स्टाफ के अलावा विद्यार्थियों के लिए भी है। शाला नए भवन के बजाय पुराने कक्षा कक्षों में चल रही थी। श्री देवनानी ने कहा कि फिर नए कक्ष बनवाने का क्या औचित्य है। यहां और भी कई कमियां पायी गई।
शिक्षा राज्यमंत्री ने विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही बुलवाकर नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि उप निदेशक से ब्लॉक तक के सभी जिम्मेदार अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र के किसी भी स्कूल में खामियां नहीं रहें। यह जिम्मेदारी अधिकारी की भी है कि वह लगातार निरीक्षण कर अपने स्कूलों में सुधार करें। दोनों स्कूलों में खामियों पर संबंधित शाला प्रधान को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी लगातार निरीक्षण करें। लापरवाह शाला प्रधान, शिक्षक, लिपिक व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
नई ड्रेस लागू, कहीं से भी सिलवा सकते हैं विद्यार्थी
शिक्षा राज्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों से चर्चा के बाद शाला प्रधान व अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में सरकारी स्कूलों की नई ड्रेस लागू हो चुकी है। भूरी एवं कत्थई रंग की यह ड्रेस सभी विद्यार्थियों को पहनना अनिवार्य है। विद्यार्थी अपने आसपास की किसी भी दुकान से कपड़ा लेकर किसी भी दर्जी से नई यूनिफॉर्म सिलवा सकते हैं।
किसी भी स्कूल में उन्हें किसी विशेष स्थान से ही यूनिफॉर्म खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। अगर किसी स्कूल का कोई कर्मचारी किसी विशेष स्थान से यूनिफॉर्म खरीदने के लिए विद्यार्थी को बाध्य करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
‘‘मिनिस्टर ऑन व्हील’’ कार्यक्रम
शिक्षा राज्यमंत्री श्री देवनानी ने बताया कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणात्मक सुधार, विद्यार्थियों को सुविधाओं की उपलब्धता एवं भौतिक संसाधनों का बेहतर रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए मिनिस्टर ऑन व्हील कार्यक्रम लगातार जारी रहेगा। इसके साथ ही अधिकारी भी लगातार दौरा कर विभिन्न व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करेंगे।