- February 16, 2016
मित्र की अभिलाषा : – मनोज कुमार ‘मनु’
हर अंधेरे में मैं तेरा उजियारा बनूंगा।
लड़खड़ाये कदम तेरे तो सहारा बनूंगा।
तपती रेत पर न पड़ने दूँगा पाँव मैं तेरा।
बरगद की तेरे लिए शीतल छाँया बनूंगा।।
तेरी आँख के आँसू को मोती बना दूँ।
तेरी मंजिल की तुझे मैं राह दिखा दूँ।
कांटा अगर तुम्हें चुभे तो दर्द मुझे हो।
आया दु:ख तो तुझे अपने गले लगा लूँ।।
मित्र बुलन्दियों को छू ले है कामना मेरी।
हार कर वापिस तुझे फिरने नहीं दूँगा।
कभी गलती से भी फिसले अगर पैर तो।
थाम लूंगा बाहों में पर गिरने नहीं दूँगा।।
संपर्क – गाँव&पोस्ट – कुलोठ खुर्द
तह० – सूरजगढ़
जिला – झुंझुनू (राजस्थान)
– 8696685522