महिला स्व-सहायता समूहों को 26.66 करोड़ रूपए का ऋण वितरित

महिला स्व-सहायता समूहों को 26.66 करोड़ रूपए का ऋण वितरित

रायपुर–(छ०गढ)——दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों के तीन हजार 818 महिला स्व सहायता समूहों को स्व रोजगार के लिए बैंक लिंकेज के अंतर्गत 26.66 करोड़ रूपए से ज्यादा का ऋण वितरित किया गया है।

मार्च माह तक 22 हजार से ज्यादा स्व सहायता समूहों के माध्यम से दो लाख 55 हजार गरीब महिलाओं को राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन से जोड़ा जा चुका है।

राज्य शहरी विकास अधिकरण के अधिकारियों ने आज बताया कि मिशन अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों को व्यवसाय करने के लिए सामूहिक रूप से अधिकतम 10 लाख और व्यक्तिगत रूप से अधिकतम दो लाख रूपए का ऋण बैंको के प्रचलित ब्याज दर की जगह पर मात्र 7 प्रतिशत दर से उपलब्ध कराया जाता है।

यह ऋण 5 से 7 वर्ष के लिए दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अब तक 2.06 करोड़ रूपए ब्याज अनुदान हितग्राहियों को प्रदाय किया गया। योजना अंतर्गत 13 हजार 387 महिला समूहों को 13 करोड़ 59 लाख रूपए आवर्ती निधि प्रदान की गई। जो महिला समूह ऋण राशि का किश्त एवं ब्याज नियमित रूप से भुगतान करती है। उन्हें तीन प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज अनुदान का लाभ भी मिलता है। व्यक्तिगत उद्यमियों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी है।

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत 10 से 20 महिलाओं द्वारा समूह गठन उपरान्त 10 से 20 महिला समूहों का क्षेत्र स्तरीय संगठन और 10 से 20 क्षेत्र स्तरीय संगठनों का एक शहर स्तरीय संगठन बनाया जा रहा है। इन संगठनों को स्वरोजगार के लिए बैंक लिंकेज, प्रशिक्षण, मार्केेटिंग, ऋण मूूल्यांकन, हितग्राहियों की पहचान और भागीदारी व समूहों के निर्माण में सहायता प्रदान की जा रही है। अब तक 291 क्षेत्र स्तरीय और 28 शहर स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है और 178 संगठनों को 89 लाख रूपए वितरित किए गए हैं तथा 28 शहर आजीविका केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ की महिलाएं सामाजिक सशक्तीकरण से अपने आजीविका के स्तर में सुधार लाने के लिए सतत प्रयत्नशील है। आजीविका मिशन की मदद से शहरी क्षेत्र की गरीब महिलाओं का सपना साकार हो रहा है। उल्लेखनीय कार्य के फलस्वरूप रायगढ़ जिले की शहरी महिलाओं द्वारा गठित उजाला क्षेत्र स्तरीय संगठन को भारत सरकार द्वारा स्वच्छता एक्सिलेंस पुरस्कार 2017-18 प्रदान किया गया। दुर्ग जिले के मुस्कान स्व सहायता समूह को स्वच्छता के संबंध में उल्लेखनीय कार्य के लिए ’स्कॉच अवार्ड’ प्रदान किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि मिशन अंतर्गत शहरी, गरीब कामकाजी महिलाओं के कौशल उन्नयन एवं आर्थिक सुदृढ़ीकरण हेतु विशेष परियोजना संगवारी का क्रियान्वयन किया जा रहा है। वर्तमान में नगर निगम रायपुर क्षेत्र में 398 घरेलू कामकाजी महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उनमें से 282 महिलाओं को विभिन्न स्थानों में प्लेसमेंट के माध्यम से रोजगार प्रदान किया गया है।

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