- February 6, 2017
महिलाएं डिजिटल तौर पर सशक्त होंगी तो प्रदेश की बदलेगी तस्वीर-महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री
जयपुर, 6 फरवरी। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि राज्य की महिलाएं यदि डिजिटल तौर पर सशक्त होती हैं तो प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को खासा बल मिलेगा। उन्होंने कहा इससे आने वाले समय में राज्य की महिलाएं कहीं अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर होंगी।
श्रीमती भदेल सोमवार को यहां निदेशालय महिला अधिकारिता में अमृता आईटी ज्ञान केंद्र के तहत महिलाओं और बालिकाओं के लिए संचालित निशुल्क कम्प्यूटर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण योजनान्तर्गत जनवरी-2017 बैच के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रही थीं।
उन्होंने उपस्थित बालिकाओं और महिलाओं को संबोधित करते हुआ कहा कि आज का युग कम्प्यूटर और तकनीक का है, जो तकनीक के साथ चलेगा, उसके आत्मनिर्भर होने की संभावनाएं कहीं ज्यादा होंगी।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने कहा कि विभाग साल में दो बार महिलाओं को डिजिटली सशक्त बनाने के लिए कम्प्यूटर कोर्स करवाता है। अब तक विभाग दो लाख से ज्यादा बालिका और महिलाओं को निशुल्क् प्रशिक्षण दे चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि प्रदेश की महिलाएं ज्यादा से ज्यादा ई-साक्षर हों ताकि उन्हें रोजगार के नए अवसर मिलें और वे आत्मनिर्भर बन सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में आरएस-सीआईटी द्वारा जुलाई-2016 में राज्य के 1782 ज्ञान आईटी केंद्रों पर 31 हजार 398 महिलाओं और बालिकाओं को कम्प्यूटर का निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया। जनवरी-2017 के बैच में 922 केंद्रों पर 9 हजार 600 से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा आरकेसीएल के माध्यम से निशुल्क कम्प्यूटर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत आरएस-सीआईटी व डिजिटल सहेली कोर्स का प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जाता है। यह प्रशिक्षण कई सरकारी नौकरियों में मान्य है।
श्रीमती भदेल ने प्रशिक्षण लेने आई बालिकाओं से बातचीत की और कम्प्यूटर तथा तकनीक की महत्ता भी बताई। साथ ही आरएस-सीआईटी के अधिकारियों से भी प्रशिक्षण संबंधी जानकारी ली। कार्यक्रम में महिला प्रशिक्षणार्थियों के अलावा महिला अधिकारिता विभाग और आरके-सीआईटी के अधिकारीगण उपस्थित रहे।