- April 25, 2019
महायोद्धाओं का महायुद्ध –बिहार के चौथे चरण
बिहार ——- लोकसभा का चौथा चरण में टक्कर माना जा रहा है.यह इसलिए कि इस चरण में एनडीए और महागठबंधन समेत अन्य दलों के कई दिग्गज नेताओं के भाग्य का फैसला होगा.
बेगूसराय से बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह हैं,उनके मुकाबिल कन्हैया कुमार हैं. उजियारपुर में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच टक्कर है. जबकि दरभंगा में अब्दुल बारी सिद्दीकी और बीजेपी के गोपालजी ठाकुर के बीच कड़ा संघर्ष है.
इसी तरह मुंगेर में नीतीश कुमार के करीबी मंत्री ललन सिंह और दूसरी ओर बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी मैदान में हैं. समस्तीपुर से एलजेपी के उम्मीदवार रामचंद्र पासवान और कांग्रेस के अशोक राम के बीच तगड़ी लड़ाई मानी जा रही है. आइये हम जानते हैं बिहार की इन पांचों सीटों पर क्या है सियासी दिग्गजों के जीत-हार का समीकरण.
बेगूसराय- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार की किसी सीट ने सबसे अधिक सुर्खियां बटोरी हैं तो वह बेगूसराय है. यहां एक ओर बीजेपी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हैं तो दूसरी ओर सीपीआई की तरफ से कन्हैया कुमार ताल ठोंक रहे हैं. दो धुर-विरोधी विचारधारा के प्रत्याशियों के आमने-सामने होने से यह ‘हॉट’ सीट बन गई है.
हालांकि आरजेडी ने तनवीर हसन को मैदान में उतारकर लड़ाई को त्रिकोणीय और दिलचस्प बना दिया है. कहा जा रहा है कि गिरिराज सिंह और कन्हैया कुमार के आमने-सामने होने से भूमिहार मतदाताओं में बंटवारा होने की आशंका है.
कन्हैया कुमार- गिरिराज सिंह
तनवीर हसन के मैदान में उतरने से बीजेपी विरोधी वोट भी दो खेमे में जा सकते हैं, जिसमें कुछ वोट तनवीर हसन को मिल सकते हैं, तो कुछ वोट कन्हैया कुमार को भी मिलने की संभावना जताई जा रही है. जाहिर है इससे गिरिराज सिंह को फायदा हो सकता है.
मुंगेर- नीतीश के दो करीबियों के धुर विरोधी बनने के बीच इस बार मुंगेर लोकसभा सीट भी हॉट बन गई है. यहां से सीएम नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू के ललन सिंह का मुकाबला बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी से हो रहा है. अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी महागठबंधन से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.
दरभंगा- अब्दुल बारी सिद्दीकी-गोपालजी ठाकुर
अब्दुल बारी सिद्दीकी को लालू के ‘माय’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण का लाभ मिल सकता है, हालांकि उनके मुकाबले में खड़े बीजेपी के प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर को गैर यादव हिन्दू वोटों की गोलबंदी के अतिरिक्त सवर्णों का पूरा साथ मिलने की संभावना जताई जा रही है.
उजियारपुर- उपेन्द्र कुशवाहा-नित्यानंद राय
2014 के लोकसभा चुनाव में नित्यानंद राय ने राजद के आलोक कुमार मेहता को 60 हजार वोटों से हराया था. यहां जेडीयू की अश्वमेघ देवी तीसरे नंबर पर रहीं थीं. इस बार नित्यानंद राय को जदयू के वोट ट्रांसफर मिल सकते हैं. यहां कुशवाहा व यादव समुदायों की निर्णायक ताकत को देखते मुकाबला कठिन माना जा रहा है.
समस्तीपुर- रामचंद्र पासवान-डॉ अशोक कुमार राम
2009 के लोकसभा चुनाव में यहां जेडीयू के महेश्वर हजारी ने रामचंद्र पासवान को शिकस्त दी थी तो 2004 में राजद के आलोक कुमार मेहता ने जदयू के रामचंद्र सिंह को हरा दिया था.