- July 14, 2015
मलेरिया-डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सतर्कता बरतें
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने वर्तमान मानसून की स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में मलेरिया व डेंगू सहित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए स्वाथ्य विभाग के अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं।
श्री राठौड़ ने बताया कि मलेरिया पी.एफ. रोगी एवं डेंगू रोगी पाये जाने पर रोगी के आसपास के 50 घरों में पायरेथ्रम का फोकल स्प्रे का प्रावधान है। उन्होंने बुखार पीडि़त रोगियों की त्वरित जांच एवं उपचार करने के साथ ही आउटब्रेक की स्थिति में आवश्यक दवाईयां एवं चिकित्सकीय दल (रैपिड रेस्पोंस टीम) आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों पर चिकित्सकों व पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं।
दवाइयों की आपूर्ति पर विशेष ध्यान दें
चिकित्सा मंत्री ने नि:शुल्क दवाईयों की आपूर्ति पर विशेष निगरानी रखने एवं चिकित्सा संस्थानों में दवा वितरण केन्द्रों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में खराब उपकरणों को तत्काल ठीक करानेे एवं ठीक न होने योग्य उपकरणों का तत्काल निस्तारण करने पर बल दिया। उन्होंने दवा वितरण केन्द्रों पर दवाइयों के भण्डारण व वितरण की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।
निदेशक ने ली समीक्षा बैठक
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा की अध्यक्षता में मलेरिया, डेंगू एवं मौसमी बीमारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। डॉ. मीणा ने आई.ई.सी लार्वारोधी कार्यवाही, फोंिग एवं अन्य कीटनाशकों की गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने मलेरिया रोधी समस्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. सुनील सिंह ने सभी जिलों को सजग रहते हुए जिला स्तर पर 24 घन्टे कन्ट्रोल रूम कार्यशील होने के साथ रेपिड रेसपान्स टीम आवश्यक संसाधनों सहित तैयार रखने के निर्देश दिये। साथ ही वेक्टर बोर्न बीमारियां, पेयजल क्लोरिनेशन, पानी का उबाल व छानकर पीने एवं पानी के सेम्पल इत्यादि पर विस्तृत चर्चा की गयी। मलेरिया एवं डेंगू के हाई रिस्क एरिया में मलेरिया रोधी दैनिक गतिविधियां करने के निर्देश दिये। उपनिदेशक डॉ. निर्मला शर्मा ने मलेरिया हेतु आवश्यक संसाधनों एवं बजट संबधी विस्तृत चर्चा की।
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